एक और युवक की संदिग्ध लाश बरामद, अपराधो पर अंकुश लगाने में पुलिस नाकाम

रिपोर्ट- रमेश चन्द्र गुप्ता

बहराइच: बहराइच जिले में हत्याओें व शव मिलने का सिलसिला थम नही रहा है। प्रदेश सरकार भले ही अपराधों व अपराधियों पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है लेकिन बहराइच पुलिस अपराधो पर नियन्त्रण करने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। विगत तीन माह के अन्दर हत्याओं, अज्ञात शवों का मिलना व अपराधो का खुलासा न होना इसकी सत्यता को प्रमाणित करता है। बहराइच पुलिस जिले की कानून व्यवस्था को भले ही चुस्त-दुरूस्त करने के लिये प्रभारियों के तबादले आये दिन करने मे लगी है और कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त बताने में लगी हो लेकिन अपराधो का लगातार बढ़ता ग्राफ व बरामद लावारिस लाशो की शिनाख्त कई दिनो बाद भी न होना पुलिस के दावो पर पानी फेर रहा है। वहीं थानेदार अपने-अपने क्षेत्रों मंे अपराधों पर अंकुश नही लगा पा रहे है।

अपराधो के क्रम में आज हुजूरपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत बहराइच से 20 किमी0 दूरी पर खैरी बसन्तापुर मुख्य मार्ग पर निर्माणाधीन पुलिया के पास एक युवक की लाश बरामद होने की सूचना राहगीरो ने क्षेत्रीय पुलिस को दी। मौके पर पहंुची पुलिस ने शव कोे कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा। वही मृतक के पिता का कहना है कि मृतक युवक गुरूवार को 60 हजार का तगादा वसूल कर घर लौट रहा था। जिसकी मौत की सूचना उन्हें शुक्रवार को पुलिस द्वारा मिली।

प्राप्त सूचना के अनुसार नगर के छावनी बाजार स्थित शुभम इलेक्ट्रानिक दुकान के मालिक संतोष राठौर का पुत्र शानू (18) जो फार्मेसी का छात्र है, गुरूवार की रात अपने मित्र उत्कर्ष तिवारी पुत्र निलेश तिवारी निवासी छोटी बाजार के साथ गोण्डा से बिजनेस का तगादा कर करीब 60 हजार की नगदी लेकर लौट रहा था। इस दौरान परिजनो के फोन करने पर शानू ने रास्ते मे होने की बात बतायी। परन्तु देर रात तक शानू के घर न लौटने पर परिजनो ने उत्कर्ष तिवारी के घर जानकारी की तो उत्कर्ष के परिजनो ने बताया कि उत्कर्ष तिवारी घर पर ही था और कहीं नही गया। वही आज सुबह खैरी बसन्तापुर मुख्य मार्ग पर निर्माणाधीन पुलिया के पास शानू की लाश मिलने की सूचना क्षेत्रीय लोगो द्वारा थाना हुजूरपुर पुलिस को दी गई। मौके पर पहंुची पुलिस ने मृतक के परिजनो को सूचित किया और लाश को कब्जे मे लेकर अन्त्य परीक्षण हेतु भेजा।

वारदात के सम्बन्ध मे मृतक के पिता का आरोप है कि शानू का मित्र उत्कर्ष वारदात के समय शानू के साथ मौजूद था और पूर्व मे भी वह शानू से दो लाख रूपये उधार ले चुका है। शानू का शव बरामद होने के दौरान वसूली की 60 हजार नगदी व सोने की चैन भी लापता है। शानू के परिजनो का आरोप है कि आरोपी उत्कर्ष के द्वारा शानू की हत्या कर उसे घटना का रूप दिया जा रहा है। इस सम्बन्ध में हुजूरपुर थानाध्यक्ष सतेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि राहगीरो से मिली सूचना के बाद मौके पर पहंुची पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है। उन्होने यह भी बताया कि हादसे के प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणो का कहना है कि बाइक सवार युवक नशे मे था जिसे मार्ग पर गिरने के बाद उन्होने सहारा देकर भेजा था।