नई दिल्ली: चीन में कोरोना वायरस दिन पर दिन घातक होता जा रहा है। चीन में इस वायरस के कहर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इससे मरने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रहा है। कोरोना वायरस से चीन में मरने वालों की संख्या करीब 500 पहुंचने वाली है। एएफपी के मुताबिक, चीन में कोरोना वायरस की चपेट में आए मृतकों की संख्या बढ़कर 490 हो गई है और 24,000 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हुई है।

चीन ने कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के प्रयासों के तहत सोमवार को 1000 बिस्तरों वाला एक अस्थायी अस्पताल वुहान में खोला। इस अस्पताल को रिकार्ड नौ दिन में तैयार किया गया है। बता दें कि वुहान में ही सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि आज यानी बुधवार को 1300 बिस्तरों वाला एक और अस्पताल तैयार हो जाएगा। इस दोनों अस्पताल को सेना के सैकड़ों चिकित्सा कर्मी चलाएंगे। चीन में घातक कोरोना वायरस के 24,00 मामलों की पुष्टि हुई है।

उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंगलवार को कहा कि घातक कोरोना वायरस पर अंकुश लगाने के लिए चीन द्वारा किए गए उपायों से यह बीमारी विदेशों में अधिक नहीं फैली और अब इसने उसके प्रसार को रोकने के लिए एक मौका उपलब्ध कराया है। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी प्रमुख ने व्यापक एकजुटता की भी अपील की। उन्होंने कुछ देशों पर वायरस के मामलों पर आंकड़े साझा करने में पीछे रहने का आरोप लगाया। जिनेवा में डब्ल्यूएचओ की कार्यकारी बोर्ड की तकीनीकी ब्रीफिंग में टेडरोस ने कहा, '99 फीसदी मामले चीन में हैं, जबकि शेष विश्व में सिर्फ 176 मामले हैं।'

चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय की एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले लोगों में दो तिहाई पुरूष हैं और मृतकों में 80 प्रतिशत 60 साल से ऊपर के थे। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की एक अधिकारी जिआओ याहुई ने यहां मीडिया को बताया कि मृतकों में दो तिहाई पुरूष थे और एक तिहाई महिलाएं। याहुई ने बताया कि मृतकों में 80 प्रतिशत से ज्यादा लोगों की उम्र 60 साल से अधिक थी। इसके अलावा 75 प्रतिशत लोगों में दिल की बीमारी, मधुमेह, ट्यूमर की समस्या थी। याहुई ने कहा कि इन बीमारियों से जूझ रहे बुजुर्ग लोगों के संक्रमण की चपेट में आने का बहुत ज्यादा खतरा है।