लखनऊ: शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान ने आज संसद में केन्द्र सरकार द्वारा पेश किये गये आम बजट को प्रदेश और देश की जनता के लिए छलावा करार दिया है। आजाद भारत के सबसे लम्बे बजट भाषण में न तो हमारे अन्नदाता किसानों के बारे में कोई लाभकारी घोषणा की गयी है, न ही देश की सबसे बड़ी आबादी प्रतिभावाना युवाओं के रोजगार सृजन के बारे में कोई योजना प्रस्तुत की गयी है। महिला सुरक्षा, समाज के वंचित शोषित वर्ग के उन्नयन के बारे में भी कोई स्पष्ट खाका नहीं है। इसी के साथ भारत सरकार के सार्वजनिक उद्यमों जिनमें देश के लाखों-करोड़ों लोगों को रोजगार प्राप्त हैं उन्हें निजी हाथों में सौंपने की योजना बनाकर हमारे प्रदेश और समाज के लोगों के साथ भारतीय जनता पार्टी ने धोखा किया है। बजट में स्मार्ट सिटी की घोषणा भी शहरी जनता के साथ विश्वासघात है। राजधानी लखनऊ को स्मार्ट सिटी में शामिल किया गया था लेकिन आज राजधानी की स्थिति चहुंओर सिर्फ बदहाल दिख रही है। इसलिए लखनऊ शहर कांग्रेस कमेटी ने इस बजट को नकारते हुए जीपीओ स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष धरना देकर केन्द्र सरकार के इस जनविरोधी बजट का विरोध किया है।

धरने में प्रमुख रूप से पूर्व विधायक श्यामकिशोर शुक्ल एवं सतीश अजमानी, वीरेन्द्र मदान, सम्पूर्णानन्द मिश्र, ओंकारनाथ सिंह, बृजेन्द्र कुमार सिंह, अरशी रजा, ममता चौधरी, सुशीला शर्मा, वेद प्रकाश त्रिपाठी, डा0 शहजाद आलम, संजय सिंह, मुनीश चौधरी, आर0बी0 सिंह, इस्लाम अली, राधा पाण्डेय, वतन सिन्हा, आलोक सिंह रैकवार, बी0डी0 सिंह, अयूब सिद्दीकी, जगदीश बाल्मीकि, सुनील प्रजापति, मेंहदी हसन, मो0 शकील, मनोज तिवारी, मयंक बाल्मीकि, माता प्रसाद, अंकित सक्सेना, उपेन्द्र द्विवेदी, शिवम त्रिपाठी, रेहान अहमद, अजय श्रीवास्तव अज्जू, सुरेश पाल, सत्येन्द्र वर्मा, महावीर विष्ट, दयानन्द तिवारी, आर0बी0 हल्दिया, सुभाष शर्मा, गप्पू श्रीवास्तव, अंशुल यादव, फ्य्याज अली, विजय कनौजिया, शेखर कुमार, आनन्द गुप्ता, अमित सिन्हा, एस.एफ.ए. चर्चिल, राजन यादव, राकेश पाण्डेय, इरफान उल्ला, हनुमान गौतम, रथिन चक्रवर्ती, अनीस अहमद आदि भारी संख्या में कार्यकर्ताओं एवं शहर कांग्रेस के पदाधिकारियों ने शामिल होकर बजट का विरोध किया है।