नई दिल्ली: चीन में कोरोना वायरस के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 106 हो गई है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि विषाणु संक्रमण के 1,300 नए मामले सामने आए हैं। इस संक्रमण का केंद्र मध्य हुबेई प्रांत में स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि विषाणु संक्रमण के कारण और 24 लोगों की मौत हो गई है।

उन्होंने बताया कि 1,291 और लोग इस संक्रमण से ग्रसित पाए गए हैं जिसके साथ ही देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण के पुष्ट मामलों की संख्या 4,000 से अधिक हो गई है। वहीं, दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में कोरोना वायरस के तीन संदिग्ध केस मिले हैं। इस मामले में अस्पताल के मेडिकल प्रभारी डॉक्टर मिनाक्षी भारद्वाज ने कहा कि तीन लोगों में इस तरह मामले देखे गए जिसके बाद उन्हें ईलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है।

इसके अलावा, चीन के तेनजिंग से बिहार के छपरा अपने घर वापस लौटी एक छात्रा में कोरोना वायरस के लक्षण मिलने से सनसनी फैल गई है। उसे पहले छपरा के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद उसकी बीमारी का लक्षण देखते हुए उसे पटना के पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है, जहां उसे भर्ती कर उसके खून का सैंपल जांच के लिए पुणे भेजा गया है। बताया जाता है कि छात्रा चीन में पढ़ाई कर रही थी। वह हाल ही में चीन से बिहार अपने घर लौटी है।

वहीं, पीएमसीएच पहुंचने पर छात्रा ने सवाल उठाते हुए कहा है, 'मुझे कुछ नहीं हुआ है, मुझे हवाई अड्डा के अधिकारियों ने रिहा कर दिया है। मेरे शरीर का तापमान लगभग 98 फॉरेनहाइट है. मुझे खांसी नहीं है. क्या बिहार में यह व्यवस्था है?' हालांकि, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि छपरा से आई बीमार छात्रा एकता कुमारी को एहतियातन अईसीयू में ऑब्जर्वेशन में रखा गया है और उसमें किसी तरह की किसी दिक्कत वाली बात नहीं दिखायी दे रही है।