नई दिल्ली: चीन में कोरोना वायरस से मरने वाली संख्या बढ़कर 56 हो गई है। चीन के अधिकारियों के अनुसार इस वायरस से 1975 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 324 लोगों की स्थित काफी गंभीर है। उधर, वुहान में 250 भारतीय छात्रों के फंसने पर भारत सरकार ने अपील की है कि उन्हें वापस आने दिया जाए।

नेशनल हेल्थ कमीशन के अनुसार नए तरह के निमोनिया के रूप में बताए गए इस वायरस का संक्रमण कुल 2684 लोगों में फैलने की आशंका है। हुबेई प्रांत के वुहान और 17 अन्य शहरों में इस वायरस का ज्यादा असर दिखाई दे रहा है। अधिकांश मौतें और और मरीज इन्हीं शहरों में मिले हैं। हुबेई प्रांत में 25 जनवरी को 323 नए मरीजों की पुष्टि हुई जबकि 13 लोगों की मौत हो गई। चीन के सबसे बड़े शहर शंघाई में 40 केस मिले हैं।

वायरस फैलने पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग ने कहा कि चीन गंभीर समस्या झेल रहा है। लेकिन उन्हें विश्वास है कि जल्दी ही इस बीमारी पर काबू पा लेंगे। एसएआरएस जैसे वायरस से संक्रमण पर काबू पाने के लिए चीन ने वुहान में 1300 बिस्तरों का एक अन्य अस्थाई अस्पताल अगले 15 दिनों में बनाने की घोषणा की है। इससे पहले ही 1000 बिस्तरों का एक अन्य अस्पताल दस दिनों में बनाया जा रहा है।

चीन के बाहर भी यह वायरस तेजी से फैल रहा है। हांगकांग, मकाऊ, ताईवान, नेपाल, जापान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, वियतनाम और अमेरिका तक मरीज मिलने की खबरें आई हैं। शुक्रवार को जापान में दूसरे मरीज की पुष्टि हो चुकी है।

चीन के वुहान में 250 भारतीय छात्रों के फंसने की खबर है। भारत सरकार ने चीन से अनुरोध किया है कि इन छात्रों को भारत आने की अनुमति दी जाए। चीन के वुहान और दूसरे शहरों को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। कोई व्यक्ति शहर से बाहर नहीं जा सकती है। सरकार ने यह कदम वायरस का संक्रमण रोकने के लिए उठाया है। इसी वजह से भारतीय छात्र भी फंस गए हैं। उससे पहले खबर थी कि सऊदी अरब के अस्पताल में केरल की एक नर्स संक्रमित हो गई। इसके अलावा वायरस के संक्रमण की आशंका के चलते 25 नर्सों को अलग रखा गया।