लखनऊ के गोमतीनगर में भी महिलाऐं निकलीं बाहर, उजरियांव में धरना जारी

लखनऊ: नागरिकता संशोधन क़ानून और NRC के ख़िलाफ़ दिल्ली के शाहीनबाग़ से उठी आवाज़ आज देश के कोने कोने में पहुँच चुकी है| लखनऊ के घंटाघर के अलावा गोमतीनगर इलाक़े के उजरियांव में दरगाह मैदान पर भी महिलाऐं घरों से बाहर निकल कर धरने पर बैठ गयी हैं और इनकी सिर्फ एक ही मांग है कि CAA क़ानून को सरकार वापस ले| हालाँकि यह विरोध प्रदर्शन ऐसे स्थल पर हो रहा है जहाँ आम आदमी की निगाह नहीं पड़ती फिर भी दोपहर बाद यहाँ महिलाओं की काफी संख्या हो जाती है| सरकार के नागरिकता संशोधन क़ानून पर क़दम वापस न लेने के जवाब में इनका कहना है कि यह भी पीछे हटने वाली नहीं चाहे जितना समय लगे अपने अधिकारों की लड़ाई के लिए इनका विरोध जारी रहेगा| इनका कहना है कि इस क़ानून को लागू करके सरकार ने महिलाओं को चौराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है| यह मोदी जी सवाल करती हैं कि कहाँ गया बेटी बचाओ का नारा, क्या यही हैं अच्छे दिन?

पैसे लेकर प्रदर्शन के सवाल पर नाराज़गी का इज़हार करते हुए यह कहती कि यह कोई राजनितिक रैली नहीं है जहां तीन तीन सौ रुपए देकर लोगों को बुलाया जाता है, जो लोग इस तरह की बातें कर रहे हैं उन्हें हम 500 नहीं रोज़ 5000 रूपये देंगे, क्या उनके घरों की महिलाएं धरना देंगी|

विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही नुज़हत जी कहती हैं उन्हें सरकार से कोई गिला नहीं, वह चाहती हैं कि सरकार यह क़ानून वापस ले और अगर वापस नहीं ले सकती तो कम से उसमें कुछ बदलाव करे| इनका कहना है कि हमी लोगों ने उनको इस क़ाबिल बनाया, हम लोगों ने ही उनको कुर्सी पर बिठाया और आज वह हमारा ही गला काट रहे हैं|