लखनऊ: उत्तर प्रदेशकांग्रेस के जिला-शहर अध्यक्षों के चार दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन यहां निर्णय लिया गया कि किसानों के मुद्दे पर पार्टी सड़क पर उतरेगी तथा आंदोलन के अंतिम चरण में लखनऊ में विशाल किसान आक्रोश मार्च का भी आयोजन किया जायेगा।

पार्टी द्वारा गुरुवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई। उप्र कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी बयान के मुताबिक भुएमऊ अतिथि गृह के प्रशिक्षण शिविर में कांग्रेस की विचारधारा और इतिहास, राजनीतिक दर्शन, भारतीय संस्कृति और अध्यात्म पर भी गहन चर्चा हुई। इसमें कहा गया कि इसके साथ ही संगठन को ब्लॉक, न्याय पंचायत और ग्राम सभा स्तर पर भी मजबूत करने की रणनीति पर चर्चा हुई। बयान के मुताबिक चार दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में तय हुआ कि कांग्रेस जल्द ही प्रदेश व्यापी आंदोलन की घोषणा करेगी। आंदोलन की रूपरेखा में तय हुआ कि ब्लॉक स्तर पर किसानों के बीच जाकर कांग्रेस कार्यकर्ता किसान जागरण करेंगे।

इसमें कहा गया कि किसानों के मुद्दे पर ब्लॉक वार नुक्कड़ सभा, तहसीलवार कार्यक्रम तय हुए हैं। इस अभियान में दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों का भी घेराव करेंगे। बयान में कहा गया कि इस किसान आंदोलन के अंतिम चरण में लखनऊ में विशाल किसान आक्रोश मार्च भी प्रस्तावित है।

पार्टी द्वारा जारी बयान के मुताबिक इस अभियान में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा किसान मांग-पत्र भराकर किसानों की समस्याओं को इकट्ठा करेंगे और किसानों के मांग-पत्र को लेकर तहसील, जिला मुख्यालय और अन्य प्रशासनिक केंद्रों पर प्रदर्शन किया जाएगा। इस अभियान के तहत पूरे प्रदेश के हर इलाके के किसानों की समस्याओं को उठाने का भी निर्णय लिया गया गया है। बयान में कहा गया कि प्रदेश में छुट्टा पशुओं की समस्या, गन्ना मूल्य बकाये का भुगतान, धान खरीद में बिचौलियों का आतंक, धान का दाम बढ़ाकर छत्तीसगढ़ की सरकार तरह 2500 रूपये प्रति कुंतल करने, आलू किसानों की समस्या, बुंदेलखंड में ओलावृष्टि और कर्ज वसूली के नाम पर भेजी जा रही नोटिसों, किसान आत्महत्या, पराली की समस्या, आगामी गेंहू खरीद जैसे प्रमुख मुद्दे इस अभियान के प्रमुख बिंदु होंगे।

बयान के मुताबिक प्रशिक्षण शिविर में कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्षों और शहर अध्यक्षों को कांग्रेस की विचारधारा और उसके ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया गया। बयान में कहा गया कि बूथ मैनेजमेंट के साथ फ्रंटल, विभाग और सेल को मजबूत करने का भी प्रशिक्षण प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन जिलाध्यक्ष गण और शहर अध्यक्षों को बूथ मैनेजमेंट करने का प्रशिक्षण दिया गया। इसमें बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने की रणनीति बनी।

प्रशिक्षण शिविर में जिला स्तर पर सोशल मीडिया और डिजिटल कम्युनिकेशन पर जोर दिया गया और प्रतिभागियों को इसके बेहतर इस्तेमाल का प्रशिक्षण दिया गया। हर जिले के लिए सोशल मीडिया के संगठन को ग्राम सभा स्तर पर ले जाने की रणनीति बनी।