भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर डाॅ (ब्रिगेडियर) सुरजीतसिंह पाब्ला को एआईसीटीई ने ऑल इंडिया बोर्ड फॉर वोकेशनल एजुकेशन का अध्यक्ष नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति 3 जनवरी 2020 से प्रभावी हो गई है और उनका कार्यकाल 3 साल का रहेगा। गौरतलब है कि भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) देश का एकमात्र असली कौशल विश्वविद्यालय है, जो कई कौशल क्षेत्रों में कौशल प्रमाणपत्र से लेकर कौशल डिप्लोमा, उन्नत डिप्लोमा, बी.वोक, एम.वोक और पीएच डी तक व्यावसायिक कार्यक्रम प्रदान करता है। कुशल श्रमिकों और प्रबंधकों को हासिल करने के लिए बीएसडीयू उद्योग में सबसे अच्छे शैक्षणिक संस्थान के रूप में उभर रहा है।

आईआईटी बॉम्बे से एम.टेक और पीएच डी उपाधि प्राप्त मैकेनिकल इंजीनियर और शिक्षाविद डाॅ (ब्रिगेडियर) सुरजीतसिंह पाब्ला को अनेक इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स और शैक्षणिक प्रशासन का व्यापक अनुभव है। डॉ पाब्ला पांच विश्वविद्यालयों के कुलपति रहे हैं, एक विश्वविद्यालय के प्रो वीसी, एक स्किल डेवलपमेंट कैम्पस के प्रेसीडेंट और दो प्रौद्योगिकी संस्थानों के निदेशक रहे हैं। सेना की इकाइयों के अलावा सेना में उनके अनुभव में इंजीनियरिंग पेशेवर काम और प्रशासनिक कार्य भी शामिल हैं। उन्हें 1971 में भारत-पाक युद्ध में युवा लेफ्टिनेंट के रूप में भाग लेने का सौभाग्य मिला था।

वर्तमान में भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी, जयपुर के प्रो चांसलर डॉ. पाब्ला को देश में पहला असली कौशल विकास विश्वविद्यालय स्थापित करने का सौभाग्य हासिल हुआ है। बीएसडीयू एक विश्व स्तर के कौशल विकास विश्वविद्यालय के रूप में तेजी से उभर रहा है। इसे पहले से ही एशिया में सर्वश्रेष्ठ कौशल विकास विश्वविद्यालय के रूप में दर्जा दिया गया है और अपनी स्थापना के दूसरे वर्ष में ही इसे देश के शीर्ष 10 विश्वविद्यालयों में शुमार किया जाने लगा था।