नई दिल्ली: अगले महीने होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन टूट गया है. वहीं, अकाली दल ने दिल्ली में चुनाव नहीं लड़ने की बात कही है. पहले कहा जा रहा था कि अकाली दल चार सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी.

अकाली दल के नेता मजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, "बीजेपी और अकाली दल के पुराने रिश्ते रहे हैं. सुखबीर बादल ने जो सीएए को लेकर जो स्टैंड लिया, उस पर बात बार-बार चर्चा होती रही कि अकाली दल को अपने रुख पर पुनर्विचार करना चाहिए. इसलिए हमने दिल्ली में चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है."

सिरसा ने कहा कि हम सीएए का स्वागत करते हैं लेकिन हमने कभी भी एक धर्म को अलग रखने की बात नहीं की. अकाली दल का मानना है कि एनआरसी लागू नहीं होना चाहिए. हम चाहते हैं कि ऐसा कोई कानून नहीं हो, जिसके लिए लोगों को लाइन में लगना पड़े. यह एक महान देश है. इसमें सांप्रदायिकता के लिए कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि बीजेपी हमारे ऊपर समर्थन के लिए दबाव बना रही है. ऐसे में उन्होंने दिल्ली चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है. अगर बीजेपी अपनी जिद्द छोड़ देती है तो शायद अकाली दल दिल्ली चुनाव लड़ सकता है.