नई दिल्ली: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत ने गुरुवार (16 जनवरी) को कहा कि जब तब आतंकवाद प्रायोजित करने वाले देश हैं, तब तक हमें इस खतरे का सामना करते रहना होगा। हमें इससे निर्णायक ढंग से निपटना होगा। उन्होंने कहा कि अगर हमें ऐसा लगता है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई खत्म होने वाली है, तो हम गलत हैं।

दिल्ली में '‘रायसीना डायलॉग’ को संबोधित करते हुए सीडीएस चीफ ने कहा कि आतंकवाद खत्म करने के लिए हमें वैसा ही कुछ करना होगा जैसा करना अमेरिका ने 9/11 के बाद शुरू किया था।

ऐसे लोग साथी नहीं हो सकते जो आतंकवाद पर वैश्विक युद्ध में भागीदारी कर रहे हों और आतंकवाद को प्रायोजित भी कर रहे हों। सीडीएस चीफ ने कहा कि आतंकवाद प्रयोजित करने वाले देशों को राजनयिक स्तर पर अलग-थलग करना चाहिए, आतंकवाद के प्रायोजक किसी भी देश को जवाबदेह ठहराना होगा।

जनरल रावत ने तालिबान के साथ बातचीत पर कहा कि आपको सभी के साथ शांतिपूर्ण संबंध स्थापित करने चाहिए लेकिन इस शर्त पर कि आपको आतंकवाद छोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि अगर हम सही लोगों को निशाना बनाएं तो ऑनलाइन कट्टरता खत्म कर सकते हैं, हमें कट्टर विचारधारा से निपटना होगा।