लखनऊ – ईमामबाड़ा गुफ़रानमाब चौक लखनऊ में शहीद क़ासिम सुलेमानी और शहीद अबू मेहदी मोहंदिसी की मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना मिर्ज़ा नुसरत अली ने कहा कि दुनिया को isis जैसे खूँखार आंताकवादियों से निजात दिलाने वाले, इराक़ से भारतीय नर्सों को छुड़ाने वाले, जाधव मामले में भारत का साथ देने वाले और चाबहा बंदरगाह मामले पर भारत का साथ देने वाले और जब 2005 में भारत ने ईरान के खिलाफ़ वोटिंग की थी तब भी भारत से अच्छे रिश्ते रखवाने वाले जनरल क़ासिम सुलेमानी ही थे !

मौलाना ने कहा कि अमेरिका ने ईरान नहीं बल्की पूरी दुनिया को खतरे में डाल दिया है ! isis और तालेबान जैसे अंतकवादी संगठन भी अमेरिका ही की देन हैं ! ईरान पर पाबंदी से सभी देशों का नुकसान है ! तेल की कीमतों में और बढोतरी होगी ! अफसोस की बात ये है कि जो देश अंतकवाद का रोना रोते हैं उन्होंने इस महान हस्ती की शहादत पर अफसोस जताना भी उचित नहीं समझा !

मौलाना ने सवाल किया कि क्या अमेरिकन अंताकवाद के खिलाफ़ बोलने का साहस नहीं है या अमेरिका के तलवे चाटने की आदत पड़ गयी है ! हम कर्बला के मानने वाले कभी भी कहीं भी अत्याचार को सहन नहीं कर सकते| अमेरिकन और इज़रायेल और आले सऊद के आंतकवाद से दुनिया परेशान है| शहीद जनरल कासीम सुलेमानी और अबू मेहदी मौहंदिसी की शहादतें इंशाल्लाह ज़रूर रंग लायेंगी और बहुत जल्द दुनिया इनके आंतकवाद से छूटकारा पायेगी ! आखिर में मोलाना ने मौला अब्बास (अoसo)के मसायेब पढ़े ,कसीर तादाद में मौलाना और मुमेनीन मोजूद थे ! ये मजलिस वकील मौo नकवी की तरफ से की गयी थी !