मुंबई: पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के राष्ट्र मंच की ओर से नागरिकता कानून, प्रस्तावित एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ आयोजित यात्रा को नेशनल कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। बुधवार को मुंबई में शरद पवार और एनडीए के पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा की मुलाकात के बाद एनसीपी ने यह घोषणा की।

महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी की मुंबई इकाई के प्रमुख नवाब मलिक ने कहा कि शरद पवार यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे और इसमें हिस्सा भी लेंगे। साथ ही एनसीपी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को यात्रा में हिस्सा लेना चाहिए। पवार की एनसीपी महाराष्ट्र विकास अगाड़ी (एमवीए) सरकार का एक हिस्सा है, जिसमें शिवसेना और कांग्रेस भी शामिल हैं।

सीएए, एनपीए और एनपीआर के खिलाफ "गांधी शांति यात्रा" 9 जनवरी की सुबह दक्षिण मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से शुरू होगी और 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के दिन दिल्ली के राज घाट पर समाप्त होगी। यह यात्रा महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरयाणा और दिल्ली से होकर गुजरेगी और करीब तीन हजार किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी। इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने सीएए को देश के ताने बाने के लिए खतरा बताया था।

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन चल रहा है जिसके तहत अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देना शामिल है। कई दलों द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का भी विरोध किया जा रहा है।