बदरपुर: जिला बदरपुर अल्पसंख्यक कांग्रेस के चेयरमैन बिलाल अहमद ने आज यहां अपने क्षेत्र में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सीएए एनआरसी और एनपीआर यह देश के हर गरीब मजदूर और खासतौर से अल्पसंख्यकों के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि इस बिल से सिर्फ नुकसान मुसलमानों का नहीं होगा. उन्होंने कहा कि जो लोग यह समझ रहे हैं कि इस बिल से सिर्फ नुकसान मुसलमानों का नुकसान होगा, उनको गफलत में रखकर लोगों को किस्तों में कुचलने की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के विधायक और मंत्री जितेंद्र आह्वाड के वक्तव्य को देश को समझना होगा कि यह गरीब शोषित पीड़ित दलित और वंचित लोगों को 5000 साल पीछे धकेलने की कोशिश है.

उन्होंने कहा कि आज 6700 जातियां ऐसी हैं जिन में से 95 फीसद लोगों के पास कोई प्रूफ नहीं है, आखिर वह लोग कहां जाएंगे. उन्होंने कहा पहले उन्हें वोटिंग राइट से महरूम किया जाएगा उसके बाद दलित और इस तरह से एक के बाद एक सब को कुचला जाएगा. उन्होंने कहा कि ख़ुशी है कि आज देश का हर गरीब मजदूर हर पीड़ित शोषित और वंचित दलित आदिवासी अल्पसंख्यक जिनकी आबादी 85 फीसद से भी ज्यादा है वही समझ चुके हैं और पूरी दुनिया में इसके खिलाफ विरोध हो रहा है.

उन्होंने कहा कि सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि आखिर इस बिल को लाने की जरूरत क्या थी. क्या नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 से पहले लोगों को नागरिकता देने का प्रावधान नहीं था और अगर नहीं था तो कैसे तस्लीमा नसरीन से लेकर अदनान सामी तक अनेकों लोगों को नागरिकता दी गई. उन्होंने कहा कि सरकार जनता को मूर्ख बना रही है और पार्लियामेंट का अपमान कर रही है. जिस तरह सरकार ने पहले बिल पास करके गरीबों का अपमान किया और अब मिस कॉल के ज़रिये पार्लियामेंट का अपमान कर रही है.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी भी ऐसे जन विरोधी कानून को बर्दाश्त नहीं करेगी. भारत में बाबा साहब का संविधान चलता है और बाबा साहब के संविधान के विरूद्ध कोई भी क़ानून हम नहीं चलने देंगे, इसके लिए पूरी तरह संघर्ष करेंगे लड़ेंगे और जीतेंगे यह हमारा संकल्प है.