तेहरान: आईआरजीसी के वरिष्ठ कमान्डर ने अमरीकी आतंकियों के हाथों जनरल क़ासिम सुलैमानी की शहादत को इस क्षेत्र में अमरीकी अस्तित्व की समाप्ति का आरंभिक बिन्दु क़रार दिया है।

जनरल हुसैन सलामी ने आईआरआईबी से बात करते हुए शहीद जनरल क़ासिम सुलैमानी को अमरीकी रणनीति की विफलता का वास्तुकार क़रार दिया और कहा कि उनकी हत्या, इस क्षेत्र में अमरीकी उपस्थिति की समाप्ति का आरंभिक बिन्दु है।

उन्होंने कहा कि आईआरजीसी, अमरीका से बदला लेकर रहेगी जो उसके लिए बहुत ही दर्दनाक और लज्जाजनक होगा।

आईआरजीसी के वरिष्ठ कमान्डर ने कहा कि जनरल क़ासिम सुलैमानी ने व्यापक भौगोलिक सीमाओं में जो लाइन खींची और जो शक्ति बनाई है, उसने तकफ़ीरी आतंकी गुट दाइश को समाप्त किया जिसको अमरीका ने बनाया था।

जनरल हुसैन सलामी ने प्रतिरोध के मोर्चे की पहचान और जारी रहने को जनरल क़ासिम सुलैमानी के संघर्षों की देन क़रार दिया। उन्होंने कहा कि विदित रूप से दुश्मन ऐसे कमान्डर को बर्दाश्त नहीं कर सकता और आख़िरकार उसने कायरतापूर्ण ढंग से उन्हें शहीद कर दिया।

आईआरजीसी के कमान्डर ने अमरीकी घटकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि अपनी षड्यंत्रकारी और गुप्त कार्यवाहियों पर पुनर्विचार करो। उन्होंने अमरीकी घटकों को संबोधित करते हुए कहा कि होशियार रहो, कहीं तुम अमरीकी नीतियों की बलि न चढ़ जाओ।