तेहरान: इराक़ी संसद में साएरून संसदीय धड़े के प्रवक्ता हमदल्लाह रोकाई ने शनिवार को कहा कि संसद में एक ऐसा स्पष्ट बिल पेश किया जाना चाहिए कि जिसमें इराक़ से अमरीकी सैनिकों के निष्कासन की बात स्पष्ट रूप से की गयी हो।

साएरून धड़े के प्रवक्ता ने कहा कि अमरीका के अतिक्रमणकारी क़ब्ज़े के विरुद्ध प्रतिरोध, इराक़ की सभी राजनैतिक और राष्ट्रीय पार्टियों का मज़बूत दृष्टिकोण है और इराक़ी जनता और अधिकारी काफ़ी समय से अपने देश से अमरीकी सैनिकों के निष्कासन की मांग कर रहे हैं।

इराक़ी संसद में साएरून धड़े के प्रवक्ता ने आतंकवादी अमरीकी सैनिकों के हाथों क़ुद्स ब्रिगेड के कमान्डर जनरल क़ासिम सुलैमानी और इराक़ी स्वयं सेवी बल के डिप्टी कमान्डर अबू महदी अलमुहन्दिस की शहादत की ओर संकेत करते हुए कहा कि अमरीकियों की यह अपराधिक कार्यवाही इराक़ की संप्रभुता का खुला उल्लंघन है और साएरून संसदीय धड़ा अमरीका के अतिग्रहणकारी क़ब्ज़े को किसी भी क़ीमत पर सहन नहीं करेगा।

वहीँ ईरान के राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने शनिवार को तेहरान में क़तर के विदेशमंत्री मुहम्मद बिन अब्दुर्रहमान आले सानी से मुलाक़ात में वर्तमान हालात में परामर्श और समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया और आशा व्यक्त की कि क्षेत्र के समस्त देशों को एक आवाज़ होकर सरकारी आतंकवाद की निंदा करनी चाहिए।

राष्ट्रपति रूहानी ने इस बात पर बल देते हुए कि इस्लामी गणतंत्र ईरान ने क्षेत्र में कोई भी युद्ध शुरु नहीं किया, कहा कि अमरीका की आतंकी कार्यवाहियां इराक़ी जनता का अपमान है और देश के संप्रभुता का उल्लंघन है।

इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति ने इस बात की घोषणा करते हुए कि अमरीका क्षेतर में बहुत ही विध्वंसक भूमिका अदा कर रहा है, कहा कि आज समस्त देशों को विश्वास कर लेना चाहिए कि अमरीका जब तक क्षेत्र में है उस समय तक क्षेत्र के देशों को शांति और स्थिरता का मुंह देखना नसीब नहीं होगा।

इस मुलाक़ात में क़तर के विदेशमंत्री ने तेहरान-दोहा के संबंधों में अधिक से अधिक विस्तार पर बल दिया और कहा कि क़तर, ईरान के साथ संबंधों के विस्तार को काफ़ी महत्व देता है।

क़तर के विदेशमंत्री मुहम्मद बिन अब्दुर्रहमान आले सानी ने दोहा के लिए तेहरान के समर्थन की सराहना करते हुए कहा कि कठिन हालात में ईरान की सहायता और समर्थन को क़तर कभी नहीं भूलेगा।

क़तर के विदेशमंत्री ने क्षेत्र में अमरीका की विध्वंसक कार्यवाहियों की चिंता व्यक्त करते हुए ईरानी राष्ट्र और सरकार को जनरल क़ासिम सुलैमानी की शहादत की सांत्वना पेश की।