नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने शनिवार को घोषणा की कि उनका राजनीतिक कार्य समूह ‘राष्ट्र मंच’संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) वापस लेने की मांग करते हुए मुम्बई से दिल्ली तक ‘भारत जोड़ो यात्रा 2020’ निकालेगा। भाजपा के पूर्व नेता ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 21 दिवसीय यात्रा नौ जनवरी को शुरू होगी और 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के दिन दिल्ली के राजघाट पहुंचेगी। संवाददाता सम्मेलन में अभिनेता एवं कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री सुरेश मेहता भी मौजूद थे।

यशवंत सिन्हा ने कहा, ‘‘मैं सभी से अनुरोध कर रहा हूं कि भारत सरकार द्वारा की गई ज्यादती और असंवैधानिक कदमों के खिलाफ विरोध करें।’’उन्होंने कहा कि यात्रा छह राज्यों महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली से होकर गुजरेगी और 3,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल, सामाजिक कार्यकर्ता, पेशेवर व्यक्ति, संगठन और बुद्धिजीवी आदि इस यात्रा में शामिल होंगे।

बता दें कि यशवंत सिन्हा ने वाजेपयी सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि क्या किसी को याद है कि 2003 में कोई प्रदर्शन (हुआ हो)। मुझे तो याद नहीं। कोई हो हल्ला नहीं हुआ था। हमने भारतीय नागरिकों के लिए एक राष्ट्रीय पंजी तैयार करने की बात कही थी, हालांकि इस बारे में कुछ स्पष्ट नहीं किया गया था क्योंकि नियम तैयार नहीं किए गए थे।

सिन्हा ने कहा कि सीएए का इतना विरोध क्यों हो रहा है, क्योकि लोगों को सरकार के नियत पर शक है। वाजपेयी के सरकार पर लोगों को भरोसा था। मौजूदा हालात में, उन्हें इस कदम के पीछे की मंशा पर संदेह है।