नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव (2020) की घोषणा से पहले ही राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर संशोधित नागरिकता कानून को लेकर दिल्ली में हिंसा फैलाने का आरोप लगाया।

इसके बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रकाश जावड़ेकर के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि देश अच्छी तरह जानता है कि दंगे कराने का मास्टर कौन है। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली और देश की जनता भाजपा के सच्चाई जानती है।

गौरतलब है कि प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर कहा है कि नागरिकता कानून पर दिल्ली में जो हिंसा हुई उस हिंसा के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी जिम्मेदार हैं। दोनों पार्टी हिंसा की निंदा नहीं कर रहीं, किसी को दोष नहीं दे रहीं, हिंसा पर चुप हैं। इन्ही के लोग जनता को उकसाने का काम करते हैं यह लोगों ने देखा है।

दिल्ली में 3 जगह जामिया, सीलमपुर और जामा मस्जिद के आसपास जो भी घटनाएं हुईं सबने देखीं जामिया में कांग्रेस के आसिफ खान और आप पार्टी के अमानतुल्ला दोनों पर जनता को उकसाने का आरोप है। दिल्ली जैसे शांत शहर में नागरिकता कानून को लेकर जानबूझकर अल्पसंख्यकों के मन में भ्रम पैदा कर अशांति का माहौल पैदा किया गया व सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया, उसके लिए आम आदमी पार्टी व कांग्रेस पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। इनको दिल्ली की जनता से माफी मांगनी चाहिए।

प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार को कहा कि पार्टी नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों को बताते हुए सकारात्मक तरीके से चुनाव लड़ेगी और ''जबर्दस्त सफलता दर्ज करेगी। जावड़ेकर विधानसभा चुनाव के लिए दिल्ली भाजपा के प्रभारी हैं।