नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर में शांतिपूर्ण विधानसभा चुनाव के लिए पाकिस्तान, हुर्रियत और आतंकवादियों को श्रेय देने के मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद के बयान पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उसे खारिज करते हुए कहा कि ऐसे बयानों का समर्थन नहीं किया जा सकता।

सईद के विवादित बयान का जिक्र करते हुए मोदी ने राज्यसभा में कहा कि अगर कोई इस प्रकार का बयान देता है तो हम उसका कभी समर्थन नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, ‘कोई कहीं बयान दे और हम उस पर यहां जवाब दें, ऐसा नहीं।’ मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में हुयी चर्चा का जवाब दे रहे थे।

रविवार को सईद के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद दिए गए विवादित बयान पर सदस्य प्रधानमंत्री से जवाब की मांग कर रहे थे। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति पर चलेगी और यहां (संसद में) पारित सभी प्रस्तावों को अक्षरश: लागू किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में शांतिपूर्ण चुनाव का श्रेय वहां के लोगों को है जिन्होंने आन बान शान से बड़ी संख्या में सर्वाधिक मतदान में हिस्सा लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के संदेहों को दूर कर दिया। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों पर भरोसा जताते हुए कहा कि उनकी सरकार देश की एकता और अखंडता के लिए प्रतिबद्ध है।

जम्मू कश्मीर में पीडीपी और भाजपा की गठबंधन सरकार है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर काम करेगी। उन्होंने कहा कि वह सदन और 125 करोड़ लोगों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि जम्मू कश्मीर में बनी सरकार न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर काम करेगी।