लखनऊ: कड़ाके की ठंड अभी बेरहम बनी हुई है। सोमवार को सर्दी की चपेट में आकर बुंदेलखंड और सेंट्रल यूपी के कई जिलों में 36 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा कानपुर में 15 और कन्नौज में छह मौतें हुईं। कई जिलों में तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई। कानपुर और औरैया में न्यूनतम पारा 1.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इटावा में पारा 02 डिग्री रहा। मौसम विभाग के मुताबिक सर्दी का सितम अभी जारी रहेगा। पहली जनवरी को बारिश की संभावना है। कानपुर में अधिकतम तापमान भी लुढ़ककर 9.6 पहुंच गया है।

कोल्ड डायरिया, ब्रेन स्ट्रोक, हार्टअटैक की चपेट से हो रही मौतों का सिलसिला जारी है। डॉक्टरों के मुताबिक गलन से दिल दिमाग की नसें सिकुड़ रहीं हंै। ब्रेन स्ट्रोक भी सबसे बड़ी समस्या है। महोबा, हमीरपुर, इटावा, कानपुर देहात में सर्दी से 2-2, जबकि बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर, हरदोई में एक-एक मौत हुई। कड़कड़ाती ठंड बुजुर्गो के लिए जान लेवा बन गई। एटा में अलग-अलग जगह सर्दी से बीमार पड़े तीन लोगों की मौत हो गई। परिवारीजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।

मौसम विभाग के अनुसार इस बार दिसंबर के मध्य में ही देश के पश्चिमी हिस्से में दो पश्चिमी विक्षोभ अधिक सक्रिय रहे। इसके कारण जम्मू-कश्मीर, हिमाचल सहित पश्चिम के राज्यों में जमकर बर्फबारी हुई, इससे उधर से आने वाली हवा ने बिहार में प्रभावित किया। पिछले दस वर्षों की बात करें तो पटना में केवल 2014 को छोड़कर दिसंबर में अधिकतम तापमान 17 और निम्नतम 8 डिग्री के ऊपर ही रहे। लेकिन इस बार 14 और 4.5 डिग्री तक पहुंच गया है।

एक पश्चिमी विक्षोभ 31 की रात से बिहार के ऊपर से गुजरने वाला है, इस कारण तापमान में थोड़ी वृद्धि होगी। साथ ही एक जनवरी की रात से बिहार के कई हिस्सों में बारिश की संभावना है। इसका प्रभाव 4 जनवरी तक रहेगा। फिर इसका प्रभाव खत्म होते ही 5 जनवरी से फिर कड़ाके की ठंड पड़ेगी। मंगलवार को हवा का रुख भी बदलेगा और यह पुरवाई हो जाएगी। अभी पछुआ चल रही है, जो अपने साथ ठंड ला रही है।