नई दिल्ली: मोदी सरकार में मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मेरठ एसपी के वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अगर यह सच है तो निंदनीय है और कार्रवाई करनी चाहिए। मेरठ के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी का स्थानीय निवासियों को 'पाकिस्तान चले जाने' की नसीहत देते हुए वीडियो सामने आया है। वीडियो 20 दिसंबर का है जब नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ मेरठ में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। इस प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प भी हुई और चार लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, किसी भी स्तर पर हिंसा, चाहे वह पुलिस द्वारा हो या भीड़ द्वारा, यह अस्वीकार्य है। यह लोकतांत्रिक देश का हिस्सा नहीं हो सकता। पुलिस को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जो निर्दोष हैं, वे पीड़ित न हों।

रिपोर्ट के अनुसार वायरल वीडियो क्लिप में एसपी अखिलेश एन सिंह कहते नजर आ रहे हैं, 'कहां जाओगे, इस गली को ठीक कर दूंगा।' इसके बाद अधिकारी वहां खड़े तीन लोगों की ओर मुड़ते हैं और कहते हैं, 'ये जो काली और पीली पट्टी बांधे हुए हैं, इनसे कह दो पाकिस्तान चले जाओ..खाओगे यहां का, गाओगे कहीं और का…ये गली मुझे याद हो गई है और जब मुझे याद हो जाता है तो मैं नानी तक पहुंच जाता हूं।'

इस वीडियो में एसपी के आसपास और भी पुलिस वाले खड़े नजर आ रहे हैं और वे भी वहां खड़े तीन लोगों को चेतावनी देते नजर आते हैं। अखबार के अनुसार जब एसपी अखिलेश सिंह से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वहां असामाजिक तत्व थे और पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगा रहे थे। अखिलेश सिंह ने बताया, 'हम वहां देखने गये थे कि पाकिस्तान के समर्थन में नारे कौन लगा रहा है। जब हम वहां फोर्स के साथ पहुंचे तो भाग खड़े हुए। हमने पाया कि वहां 3-4 लोग थे जो एक मुद्दा खड़ा करना चाहते थे। हमने स्थानीय लोगों से भी चर्चा की है।'