लखनऊ: अ0भा0 कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रभारी उ0प्र0 श्रीमती प्रियंका गांधी ने आज प्रदेश राजनितिक हालातों पर उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की| बैठक में प्रदेश में किसानों की समस्याओं, बुन्देलखण्ड में हुई बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि की वजह से हुए किसानों को नुकसान, गन्ना मूल्य बकाया, अवारा पशुओं द्वारा किसानों को हो रही दिक्कत, कर्ज माफी, प्रदेश में महिलाओं के विरूद्ध बढ़ती हिंसा एवं अत्याचार, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, संविदा कर्मचारियों, सरकारी कर्मचारियों की समस्याओं समेत प्रदेश में छोटे व्यापारियों को हो रही दिक्कतों को लेकर एवं अन्य ज्वलन्त मुद्दों पर चर्चा हुई।

बैठक में पदाधिकारियों ने प्रदेश सरकार के कुशासन पर चिन्ता व्यक्त की। गन्ना किसानों का 27 दिसम्बर तक पिछले वर्ष का करीब 2246 करोड़ रूपये बकाया है जबकि भाजपा ने सरकार बनने के बाद 14 दिन के अन्दर बकाए गन्ने का भुगतान किये जाने का वादा किया था। जिस तरह से विगत तीन वर्ष से गन्ने के दाम में प्रदेश सरकार ने कोई बढ़ोत्तरी नहीं की और साथ ही किसान की लागत मूल्य बढ़ती चली जा रही है उसको लेकर चिन्ता व्यक्त की। प्रदेश में भाजपा ने कर्जमाफी के नाम पर भी किसानों को छलने का कार्य किया। भाजपा यह दावा करती है कि प्रदेश में 80 लाख किसानों का कर्ज माफ किया गया लेकिन दिसम्बर 2019 तक प्रदेश में अभी तक कुल 44.54 लाख किसानों का ही ऋण माफ हुआ है। अतएव सरकार झूठ बोलकर किसानों को छलने का कार्य कर रही है। प्रदेश में बुन्देलखण्ड में जिस तरह से ओलावृष्टि एवं अतिवृष्टि की वजह से फसले बर्बाद हो रही हैं और किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिल रहा है उसका बहुत बड़ा कारण सरकार द्वारा फसल बीमा कंपनियों को संरक्षण देना है। प्रदेश में किसान अवारा पशुओं की वजह से बहुत से जनपदों में बर्बादी की कगार पर पहुंच गया है। सरकार यह दावा करती है कि जिलों में अवारा पशुओं को रखने के लिए पशुशालाओं का निर्माण किया जाएगा परन्तु यह भी एक खोखला दावा साबित हुआ।

उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी का आलम यह है कि पूरे देश में यदि बेरोजगारी दर 7.6 प्रतिशत है तो उ0प्र0 में 8.1 प्रतिशत बेरोजगारी दर है।(सीएमआईई के आंकड़ें के अनुसार)। हालांकि सरकार बेरोजगारी के आंकड़े छुपाने का काम कर रही है जो कि चिन्ता का विषय है। प्रदेश में बेरोजगारी दर इस कदर बढ़ चुकी है कि वास्तविक आंकड़ें सामने ही नहीं आ पा रहे हैं।

आज प्रदेश में शिक्षित नौजवान, भर्तियों में हो रहे घोटाले की भेंट चढ़ रहे हैं। जहां शिक्षा मित्र, पंचायत मित्र, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, अनुदेशक शिक्षक, उर्दू शिक्षक, रसोइयां, पैरामेडिकल कर्मचारी, होमगार्ड आदि तमाम संवर्ग के लोग प्रदेश में आये दिन सड़क पर उतरकर संघर्ष करने के लिए विवश हैं। प्रदेश में जिस तरीके से सरकारी पद रिक्त पड़े हैं और सरकार उन्हें भर नहीं रही है और ठेकेदारी प्रथा लागू कर रही है यह गंभीर चिन्ता का विषय है।

प्रदेश में जिस तरह से भ्रष्टाचार बढ़ रहा है और सरकार अपने भ्रष्टाचारी मंत्रियों एवं अधिकारियों को संरक्षण दे रही है उस पर भी बैठक में चिन्ता जताई गयी। जीरो टालरेन्स का दावा करने वाले मुख्यमंत्री जी की नाक के नीचे उ0प्र0 में भ्रष्टाचार के अनेकों मामले हुए और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रही।

डीएचएफएल घोटाला, मिड डे मील घोटाला, एलडीए घोटाला, हाईवे घोटाला, होमगार्ड जवानों के ड्यूटी घोटाला, ओडीएफ घोटाले जैसे अनेकों घोटाले भाजपा के जीरो टालरेन्स को आईना दिखा रहे हैं। एमएचआरडी की रिपोर्ट के अनुसार मिड डे मील में भ्रष्टाचार के मामले में उ0प्र0 नम्बर वन है।

प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था और महिलाओं के विरूद्ध बढ़ते हुए अपराध पर भी गहन चर्चा हुई। जिस तरह से प्रदेश सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है वह बहुत ही चिन्ता का विषय है। उन्नाव, शाहजहांपुर, कानपुर, फतेहपुर, मैनपुरी(नवोदय विद्यालय की घटना) आदि तमाम जनपदों में जिस प्रकार महिलाओं एवं बच्चियों के साथ जघन्य घटनाएं हुई हैं वह प्रदेश की योगी सरकार के माथे पर कलंक है।

प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट होने की वजह से और इंसपेक्टर राज को सरकार द्वारा संरक्षण प्राप्त होने से प्रदेश का छोटा व्यापारी बर्बाद हो रहा है। नोटबन्दी और जीएसटी की वजह से व्यापार चैपट है। प्रदेश सरकार द्वारा इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर भी प्रदेशवासियों को धोखा दिया गया। लाखों करोड़ रूपये निवेश करने की बात सरकार द्वारा कही गयी परन्तु एक भी उद्योग नहीं लगा और प्रदेश में विकास कहीं नजर नहीं आ रहा है। साथ ही प्रदेश में गड्ढायुक्त सड़कें और बिजली कटौती की वजह से छोटे-छोटे उद्योगधन्धे बन्द हो रहे हैं।

बैठक में उपस्थित कार्यकारिणी ने प्रदेश में किसानों, नौजवानों, महिलाओं, छोटे व्यापारियों, कर्मचारियों और प्रदेश के नागरिकों के हितों के लिए रणनीतिक रूप से आन्दोलन चलाने पर विचार किया। प्रियंका गांधी ने विगत दो माह में संगठन स्तर पर हुई प्रगति का ब्यौरा लेते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की यह जिम्मेदारी बनती है कि जिस तरह से आर्थिक मन्दी को लेकर पूरे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने आन्दोलन चलाया, ठीक उसी तरह से हर व्यक्ति के आंखों से आंसू पोंछने का कार्य कांग्रेसजनों को करना होगा। श्रीमती गांधी ने कहा कि कांग्रेस सबको साथ लेकर चलना जानती है और एक-एक कांग्रेसी से संवाद स्थापित करके उनकी उपयोगिता के अनुसार संगठन को मजबूत बनाया जाएगा। श्रीमती गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की यह जिम्मेदारी बनती है कि जोरदार आन्दोलन चलाकर उ0प्र0 में विपक्ष की भूमिका में दृढ़ता के साथ खड़ी रहे।

बैठक में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू सहित प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्षगण, महासचिवगण एवं सचिवगण मौजूद रहे।