लखनऊ: नागरिकता कानून को लेकर देशभर में एक तरफ जहां बहस और हिंसा का दौर चल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दलों की तरफ से लगातार विरोध किया जा रहा है। कुछ लोग जहां इसके विरोध में अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं तो कुछ इसके समर्थन में नारे लगा रहे हैं।

इस बीच बहुजन समाज पार्टी के एक विधायक को नागरिकता कानून का समर्थन करना महंगा पड़ गया। मध्य प्रदेश के पठारिया विधानसभा क्षेत्र से बीएसपी विधायक रामाबाई परिहार को बीएसपी से सस्पेंड कर दिया गया।

बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा- “पठारिया से बीएसपी विधायक रामाबाई परिहार को नागरिकता कानून का समर्थन करने के चलते पार्टी से सस्पेंड किया गया है। उन्हें पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में शामिल करने पर रोक लगाई गई है।”

इससे पहले मायावती ने मेरठ में अल्पसंख्यकों को पाकिस्तान चले जाने की धमकी दे रहे एक पुलिस अधिकारी की भाषा और आचरण की कड़ी निंदा करते हुए ऐसे पुलिसकर्मियों की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच कराने की मांग की है।

मायावती ने रविवार को किए गए ट्वीट में कहा, "उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में वर्षों से रह रहे मुसलमान भारतीय हैं ना कि पाकिस्तानी। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध-प्रदर्शन के दौरान खासकर उत्तर प्रदेश के मेरठ एसपी सिटी का उनके लिए साम्प्रदायिक भाषा/टिप्पणी की प्रयोग करना अति निन्दनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है।"