इस्लामाबाद: जब से पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने मैच फिक्सिंग का बैन झेल रहे दानिश कनेरिया पर पाक टीम में भेदभाव संबंधी बयान दिया है जब से जैसे क्रिकेटरों के बयानों की जैसे बाढ़ आ गई है। अब इस लिस्ट में नया नाम पाकिस्तान के पूर्व कप्तान बल्लेबाज इंजमाम उल हक का जुड़ गया है। इस पूरे मुद्दे पर उन्होंने चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि जब दानिश कनेरिया उनकी कप्तानी में खेले थे तो इस तरह की बातें उनके सामने कभी नहीं आई थीं।

सादिक द्वारा पोस्ट किए गए इंजमाम के बयान के अनुसार पूर्व कप्तान ने कहा कि कनेरिया ने जिस कप्तान के अंडर में सबसे ज्यादा क्रिकेट खेली वो मैं हूं लेकिन मुझे कभी नहीं लगा कि हमारी टीम में इस तरह का मुद्दा है कि कोई खिलाड़ी दूसरे खिलाड़ी से इसलिए भेदभाव करता है क्योंकि वह गैर मुस्लिम है। मुझे हमारी टीम में इस तरह का एक भी उदाहरण याद नहीं है। उन्होंने पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद युसूफ का भी नाम लिया जिन्होंने अपना धर्म परिवर्तन कराया था।

पाकिस्तान के सफल कप्तानों में से एक इंजमाम उल हक ने कहा है कि मैं कनेरिया की बात को मानने के लिए राजी नहीं हूं कि हमारा दिल इतना छोटा नहीं है, कि हम इस तरह की चीजें करेंगे। मुझे लगता है कि पाकिस्तानियों का दिल बड़ा है और हम हर किसी को अपने दिल में बसा सकते हैं।

15 साल पुराने एक वाकये को याद करते हुए इंजमाम ने बताया कि 2005 के भारत दौरे से पहले, मैं कोलकाता में शूटिंग के लिए गया था। वहां मैंने और सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडिया के कप्तान सौरव गांगुली द्वारा खोले गए एक रेस्टॉरेंट का उद्घाटन किया था। यहां तक कि सौरव मुझे अपने रेस्टॉरेंट से खाना भी भेजते थे और मैं उसे खाता था।

गौरतलब है कि यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने अपने बयानों में कहा था कि पाकिस्तानी टीम में भारतीय मूल के दानिश कनेरिया के साथ इसलिए सौतेला व्यवहार किया जाता था क्योंकि वो हिन्दु थे। इसलिए कई लोग उनके साथ खाना भी नहीं खाते थे।