नई दिल्ली: मेरठ के एसपी सिटी का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान जाने की हिदायत दी थी. जिसके बाद मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह की सफाई आई है. वीडियो वायरल होने पर मेरठ के एसपी अखिलेश नारायण सिंह ने कहा, ''कुछ लड़कों ने हमें देखते ही पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाए और गली के अंदर भाग गए तो ये साफ़ हो गया कि ये बवाल करा सकते हैं. पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाने का तरीक़ा ग़लत था, उपद्रवियों ने फ़ोर्स को देखते ही पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाने लगे तो तभी मैंने उनसे ये कहा कि अगर आप पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हैं और भारत से इतनी नफरत करते हैं कि आप पत्थर फेंकते हैं तो पाकिस्तान चले जाए. हम उनकी पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं.''

इस मामले में मेरठ के एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा, ''पथराव किया जा रहा था, भारत-विरोधी और पाकिस्तान के पक्ष वाले नारे लगाए जा रहे थे. स्थिति बहुत तनावपूर्ण थी. पीएफआई के पर्चे बांटे जा रहे थे. यह सब तब भी हो रहा था, जब धार्मिक नेता ने भी अपील की. हां, अगर स्थिति सामान्य होती तो शब्दों का चुनाव बेहतर हो सकता था, लेकिन उस दिन स्थिति बेहद अस्थिर थी, हमारे अधिकारियों ने बहुत संयम दिखाया, पुलिस ने कोई गोलीबारी नहीं की.''

बता दें कि ये वीडियो 20 दिसंबर का है जब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नागरिक संशोधन ऐक्ट के ख़िलाफ़ हिंसक प्रदर्शन (CAA Protest) हुए थे, उस दौरान एसपी मेरठ अखिलेश नरायण सिंह उपद्रवियों को नियंत्रण करने के लिए मेरठ की निसाड़ी गेट के पास एक गली में पहुंचते हैं और प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान जाने की हिदायत दे डालते हैं.

वीडियो में सिटी एसपी लोगों से कहते नज़र आए कि काली पट्टी बांधने वालों से कहो कि वो पाकिस्तान चले जाएं. इस दौरान एसपी सिटी ने अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया और वो साफ़ तौर पर लोगों को धमकाते नज़र आ रहे हैं. वो ये कहते हुए सुने जा सकते हैं कि खाओगे कहीं का और गाओगे कहीं का, आपके फोटो ले लिये गए हैं, लोगों की पहचान हो गई है, गली में कुछ हो गया तो तुम लोग क़ीमत चुकाओगे.