मऊ: संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में हुई हिंसा की आंच अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) से होते हुए सोमवार को राजधानी लखनऊ और शाम को मऊ तक पहुंच गई है। मिली जानकारी के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने कुछ वाहनों को आग के हवाले किया है।

उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि मऊ में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है। इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है।

बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी सामने आई है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े हैं। इधर, कल आधी रात तक अलीगढ़ शहर में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।

बता दें, सोमवार सुबह लखनऊ स्थित नदवतुल उलमा (नदवा कॉलेज) और इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में नाराज छात्रों ने प्रदर्शन किया। हालात के मद्देनजर दोनों संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गई।

नदवा के प्रवक्ता फैजान नगरामी के मुताबिक जामिया के एक छात्र की पुलिस कार्रवाई में मौत की अफवाह से नाराज नदवा छात्रों ने रविवार रात परिसर में हंगामा किया था। उस वक्त पुलिस ने उन्हें रोक दिया था। सुबह करीब साढ़े आठ बजे छात्रों ने फिर नदवा परिसर में नारेबाजी की। छात्र जबरन गेट खुलवाकर बाहर आ गये और सड़क पर प्रदर्शन किया।

उधर, राजधानी के गुडम्बा इलाके में स्थित इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में भी छात्रों ने जामिया की घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। संस्थान के कुलपति प्रोफेसर अकील अहमद ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि छात्रों का प्रदर्शन बिल्कुल शांतिपूर्ण था। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। उसके बाद स्थिति बिल्कुल सामान्य हो गई। विश्वविद्यालय में 18 दिसम्बर तक छुट्टी घोषित कर दी गयी है। बहरहाल, विश्वविद्यालय के बाहर एहतियातन पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।