नई दिल्ली: नागरिकता कानून और जामिया में छात्रों पर पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इंडिया गेट पर धरने पर बैठ गईं हैं. प्रियंका गांधी के साथ धरने पर पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी, पीएल पुनिया, अहमद पटेल और अंबिका सोनी भी हैं. इससे पहले प्रियंका गांधी ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि देश का माहौल 'खराब' हो गया है. वाड्रा ने कहा, 'देश का वातावरण खराब है. पुलिस विश्वविद्यालय में घुसकर (छात्रों को) पीट रही है. सरकार संविधान से छेड़छाड़ कर रही है. हम संविधान के लिए लड़ेंगे.'

जामिया के सैकड़ों छात्र एक दिन पहले उनके सहपाठियों पर की गई पुलिस कार्रवाई के खिलाफ सोमवार को सर्दी के बावजूद परिसर के बाहर सड़कों पर उतर आए. प्रदर्शनकारियों में विभिन्न राज्यों से आई छात्राएं भी शामिल थीं. स्थानीय लोग और कुछ परिजन भी प्रदर्शन कर रहे छात्रों के समर्थन में सामने आए. छात्रों का एक समूह हाड़ कंपाने वाली ठंड में सुबह कमीज उतारकर विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वारों के बाहर खड़ा हो गया. अन्य ने 'पुलिस बर्बरता' के खिलाफ विरोध जताने के लिए बड़ी संख्या में मानव श्रृंखला बनाई.

छात्रों के समूह ने 'इंकलाब जिंदाबाद' के नारे लगाए और मार्च निकाला. उन्होंने 'पुलिस की बर्बरता' की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की. हाथ में तिरंगा लिए हुए, छात्रों ने तालियां पीटीं और केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. उन्होंने कहा, 'यह सरकार अल्पसंख्यक विरोधी, छात्र विरोधी और गरीब विरोधी है. हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे. हम चुप नहीं बैठेंगे.'

जामिया मिल्लिया इस्लामिया और एएमयू के छात्रों पर पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ इंडिया गेट तथा जंतर-मंतर पर प्रदर्शनों के मद्देनजर सोमवार को मध्य दिल्ली के तीन और मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं. दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) ने ट्वीट किया, 'पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय और उद्योग भवन स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वारा बंद कर दिए गए हैं. पटेल चौक और उद्योग भवन पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी.' डीएमआरसी ने तीन स्टेशनों को बंद करने की घोषणा से पहले जामिया मिल्लिया इस्लामिया स्टेशन को भी बंद करने की जानकारी दी थी जो अब भी बंद है.