लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नन्दन बहुगुणा के जन्मशताब्दी पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में युवा महोत्सव का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश के 25 विश्वविद्यालय एवं व्यवसायिक शिक्षण संस्थानों से लगभग 400 युवा विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे तथा हजारों युवा कार्यक्रम में शामिल हुये।

युवा महोत्सव के द्वितीय दिन उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया व समारोह का समापन किया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड विजय बहुगुणा, प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी, सांसद प्रयागराज, मेयर संयुक्ता भाटिया एवं कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ायी।

समारोह के समापन के अवसर पर राज्यपाल ने वहां उपस्थित युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सबसे पहले मैं स्व0 हेमवती नन्दन बहुगुणा जी को जन्मशताब्दी के अवसर पर अपनी श्रद्वांजली अर्पित करती हँॅू, बहुगुणा जी का व्यक्तित्व हम सब के लिए एक आर्दश है। उन्होने छात्र जीवन से ही 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में इलाहाबाद के छात्रों का नेतृत्व किया। जिसके बाद उन्हे जेल भेज दिया गया था। बहुगुणा जी ने केन्द्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री के रूप में कई उल्लेखनीय कार्य किये था। आज बहुगुणा जी के जन्मशताब्दी वर्ष पर युवा महोत्सव का अयोजन उन्हे सच्ची श्रद्वांजली का प्रतीक है।

महोत्सव में युवाओं को सम्बोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड विजय बहुगुणा ने कहा कि बहुगुणा जी जब चुनाव लड़ते थें तो मैं उनका प्रबंधन देखता था और उनका ये मानना है कि कोई ऐसी समस्या नही है जिसका समाधान ना हो सके।

युवा महोत्सव को सम्बोधित करते हुए प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि बहुगुणा जी जब मुख्यमंत्री बने तो वहां के मेघावी युवाओं को चिह्नित करते थें जिससे उनको सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का पूर्ण लाभ मिले। बहुगुणा जी हमेशा यही प्रयास करते थें कि कोई भी इंसान चाहे वो पुरूष हो या महिला, गरीब हो या विकलांग कोई भी योग्य व्यक्ति पीछे नही होना चाहिए।

इस अवसर पर “मिशन फाइट बैक” सोसाइटी द्वारा बहुगुणा जी के स्मृति में महिला हास्टल के लिए एक सैनेट्री नैपकिन मशीन तथा इनसिनिरेटर भेंट की गयी, जिसे महिला छात्रावासों में लगाया जायेगा। महोत्सव में स्वयंम् सेवी संगठन “मिशन फाइट बैक” द्वारा प्रशिक्षित 25 लखनऊ की छात्राओं द्वारा सेल्फ डिफेंस का प्रर्दशन किया गया।

इस अवसर पर राज्यपाल ने लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर दिनेश कुमार, प्रो0 अनूप कुमार भारतीय, डा0 राकेश द्विवेदी, डा0 अजय आर्या, डा0 राहुल पाण्डेय, डा0 नीरज जैन, डा0 संजीव गौतम को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिह्नन देकर सम्मानित किया।