नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि वह नागरिकता संशोधन विधेयक को अपने राज्य में लागू नहीं होने देंगे। उनका कहना है कि यह विधेयक भारत के धर्मनिरपेक्ष चरित्र पर सीधा हमला है।

इससे पहले पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने भी अपने-अपने राज्यों में नागरिकता संशोधन विधेयक को लागू करने से मना कर दिया है। पंजाब सीएम अमरिंदर सिंह बोले- CAB रोकने के लिए विधानसभा में प्रस्ताव लाएंगे।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी ने नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर रणनीति पर विचार करने के लिए 20 दिसंबर को पार्टी के सांसदों और विधायकों की बैठक बुलाई है।

पार्टी के एक नेता ने बताया कि बंगाल में एनआरसी और कैब को लागू करने का सख्ती से विरोध कर रही बनर्जी ने बृहस्पतिवार को टीएमसी नेताओं और सांसदों से बैठक में शामिल होने को कहा। उन्होंने कहा, ‘‘टीएमसी प्रमुख ने 20 दिसंबर को आपात बैठक बुलाई है।

जिला अध्यक्षों, सांसदों और विधायकों समेत सभी नेताओं से बैठक में मौजूद रहने के लिए कहा गया है। नागरिकता (संशोधन) विधेयक पर रणनीति बनाई जाएगी।’’ पार्टी के सूत्रों के अनुसार, चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी 20 दिसंबर की बैठक में मौजूद रहेंगे। तृणमूल कांग्रेस ने 2021 के विधानसभा चुनावों के लिए प्रशांत किशोर की सेवाएं ली हैं।