नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पर मतदान के दौरान शिवसेना के मौजूद नहीं रहने को लेकर कहा कि वह खुश हैं कि उद्धव ठाकरे की पार्टी ने विधेयक के पक्ष में मतदान नहीं किया तथा यह स्वागत योग्य घटनाक्रम है. राज्यसभा में विधेयक पारित होने के बाद चिदंबरम ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ''मुझे खुशी है कि शिवसेना ने विधेयक के पक्ष में मतदान नहीं किया. यह अच्छा है. यह स्वागत योग्य घटनाक्रम है." दरअसल, लोकसभा में विधेयक का समर्थन करने वाली शिवसेना ने राज्यसभा में इस पर मतदान में हिस्सा नहीं लिया.

चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा कि यह विधेयक संविधान पर हमला है और अब इसके भविष्य का फैसला उच्चतम न्यायालय में होगा. गौरतलब है कि राज्यसभा ने बुधवार को नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी प्रदान की. लोकसभा ने सोमवार रात इस विधेयक को मंजूरी दी थी. इस विधेयक में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है.