नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में बलात्कार की एक पीड़िता को बृहस्पतिवार को जिंदा जलाने की कथित तौर पर कोशिश किये जाने के बाद बुरी तरह से झुलसी पीड़िता को देर शाम एयर एंबुलेंस से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया।

लखनऊ के पुलिस आयुक्त मुकेश मे श्राम ने बताया कि पीड़िता को अमौसी हवाईअड्डा ले जाने के लिये श्यामा प्रसाद मुखर्जी सदर अस्पताल से अमौसी एयरपोर्ट तक ग्रीन कारीडोर बनाया गया, जहां से एंबुलेंस के जरिये वह एयरपोर्ट पहुंची।

उन्होंने बताया कि हवाई अड्डे से शाम करीब साढ़े छह बजे पीड़िता को एयर एंबुलेंस से दिल्ली के लिये रवाना कर दिया गया। उन्होंने बताया कि पीड़िता के साथ डाक्टरों की एक टीम भी भेजी गयी है। उन्होंने बताया कि दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के डाक्टरों को भी अलर्ट कर दिया गया है।

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में गुरुवार तड़के पांच अरोपियों की ओर आग के हवाले की गई एक दुष्कर्म पीड़िता की हालत गंभीर है। पीड़िता को 90 फीसदी जली हुई अवस्था में लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि '' पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है। इससे पहले सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक (एमएस) डॉ. आशुतोष दुबे ने 'भाषा' को बताया ''पीड़िता को 90 फीसदी जली अवस्था में सुबह करीब सवा दस बजे अस्पताल लाया गया। उसे तुरंत बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया है जहां डाक्टरों की एक टीम निरंतर उसकी निगरानी कर रही है। उसकी हालत बहुत ही गंभीर है। अभी कुछ भी कहना मुश्किल है।''

उनसे पूछा गया कि क्या पीड़िता को किसी अन्य बड़े अस्पताल में दिल्ली भेजे जाने की संभावना है, तो उन्होंने कहा कि इस बारे में मैं कुछ नही कह सकता हूं, इस बारे में प्रशासन फैसला लेगा। उन्होंने कहा, ‘‘प्लास्टिक सर्जन डॉ. प्रदीप तिवारी के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम इलाज कर रही है।

दुबे ने बताया, ‘‘ पहली नजर में पीड़िता को देखने से लगता है कि उसे कोई ज्वलनशील पदार्थ डालकर जलाया गया है, बाकी जांच का विषय है। गौरतलब है कि उन्नाव जिले में 20 वर्षीय एक दुष्कर्म पीड़िता को गुरुवार तड़के पांच लोगों ने आग लगा दी। पुलिस के अनुसार वारदात बिहार थानाक्षेत्र के सिंदुपुर गांव की है। इस मामले में सभी पांचों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है।