नई दिल्ली: हैदराबाद में एक महिला वेटनरी डॉक्टर के साथ गैंगरेप और हत्या के मामले में गिरफ्तार चार आरोपियों को अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सुरक्षा के बीच आरोपियों को शादनगर थाने से चंचलगुडा सेंट्रल जेल स्थांनातरित किया गया है। चारों युवकों पर आरोप है कि गैंगरेप को अंजाम देने के बाद लड़की को आग के हवाले कर दिया। वहीं, बड़ी संख्या में लोगों ने शादनगर थाने के बाहर प्रदर्शन किया, जहांआरोपियों को बंद किया गया था स्थानीय लोगों ने पुलिस पर जूते-चप्पल फेंके, जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। घटना को लेकर पूरे देश में लोगों में आक्रोश है। सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक लोग अपना रोष व्यक्त कर रहे हैं।

शनिवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी शादनगर पुलिस थाने के बाहर एकत्रित हुए और आरोपियों के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों को मौत की सजा देने की मांग की। सरकारी स्कूलों के छात्रों ने हैदराबाद-बंगलूरू हाईवे जाम किया। इसके अलावा राष्ट्रीय महिला आयोग के सदस्यों ने पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की।

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि परिवारवालों ने बताया है कि मामले में पुलिस की भूमिका नकारात्मक रही है। पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी। पुलिस कह रही थी कि महिला डॉक्टर कही चली गई होंगी। पुलिसवाले इस बात को लेकर लड़ रहे थे कि घटना किसके क्षेत्र की है। इससे देरी हुई, अन्यथा उसे बचाया जा सकता था।

महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के खिलाफ एक युवती ने शनिवार सुबह संसद के पास प्रदर्शन किया। पुलिस ने कहा कि युवती की पहचान अनु दुबे के रूप में हुई, जिसके हाथ में एक तख्ती थी, जिस पर लिखा था, “मैं अपने भारत में सुरक्षित क्यों नहीं महसूस कर सकती।” एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि युवती को प्रदर्शन जारी रखने के लिए जंतर-मंतर जाने के लिए कहा गया, लेकिन जब उसने मना कर दिया तो उसे संसद मार्ग पुलिस थाने ले जाया गया। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया कि पुलिस ने युवती के साथ मारपीट की। आयोग ने इस संबंध में नई दिल्ली जिले के डीसीपी को नोटिस भेजकर 4 दिसंबर तक पूरी जानकारी मांगी है।

महिला वेटनरी डॉक्टर का शव हैदराबाद-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक पुलिया के पास गुरुवार को मिला जो उस टोल प्लाजा से करीब 25 किलोमीटर दूर है जहां वह आखिरी बार देखी गई थी। महिला के साथ ये हादसा तब हुआ जब वह शादनगर के अपने घर से कोल्लूरू गांव में एक पशु चिकित्सालय में अपनी ड्यूटी करके निकली थी। उसने बुधवार को अपनी बहन को कॉल कर कहा कि उसका दोपहिया वाहन घर लौटने के दौरान खराब हो गया है और किसी ने उसकी मदद की पेशकश की है। कुछ लोगों ने महिला डॉक्टर (27) के साथ दुष्कर्म करने के बाद जिंदा जला दिया था। इसके बाद उसकी अधजली लाश को पुलिया से नीचे फेंक दिया गया था।