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जेंडर भेदभाव और महिला हिंसा के खिलाफ वादा फाउंडेशन ने निकाली जागरूकता रैली

लखनऊ! जेंडर आधारित हिंसा एवं गैरबराबरी के विरुद्ध 16 दिवसीय हिंसा मुक्त पखवाड़ा वादा फाउंडेशन द्वारा एक साथ अभियान के बैनर तले कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में संस्था के वालेंटियर्स और समुदाय के लोगों ने जेंडर आधारित भेदभाव,घरेलू महिला हिंसा, बाल हिंसा और यौन उत्पीड़न को रोकने के लिए जागरूकता रैली निकाली। इस अवसर पर लोगों को जेंडर आधारित भेदभाव,बच्चों के अधिकार, महिला हिंसा अधिनियम से सम्बंधित पर्चे और पोस्टर वितरित कर संस्था के वालेंटियर्स ने तेलीबाग क्षेत्र में जागरूकता रैली के माध्यम से समुदाय को जागरूक किया।

जागरूकता रैली कार्यक्रम में वादा फाउंडेशन के निदेशक अमित ने कहा कि यह अभियान हम कई सालों से नियमित चला रहे है। इसका मकसद है युवा पुरुष खुद को समुदाय से जोड़कर बातचीत के माध्यम से समाज में जेंडर आधारित भेदभाव और महिला हिंसा पर चर्चा करे। जब युवा अपने समुदाय के बारे में विचार करेगा तो उससे समाज में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। आज दिन प्रतिदिन सामुदाय में युवाओं के बीच संवाद- हीनता बढ़ती जा रही है। जिससे युवाओं में हताशा और निराशा बढ़ती जा रही है। इस समय युवाओं के बीच मुद्दों पर चर्चा को अधिक विकसित करने की आवश्यकता है। शिक्षा, रोजगार के अवसर को बेहतर करने के लिए बेहतर माहौल की ज़रूरत है।

अभियान से जुड़े समानता साथी सुरेश भारती ने बताया कि हमारा अभियान विभिन्न कालेजों, समुदाय में जेंडर समानता, परिवार नियोजन को फोकस करते हुए इस वर्ष चलेगा। इस अभियान को संचालित करने में समानता के साथी अपनी भूमिका निभाएंगे। हमारे साथ अभी 25 समानता के साथी जुड़े है। जो नियमित मोहल्ले में बैठक कर जेंडर, समानता और परिवार के आकार एवं नियोजन पर संवाद कर रहे है। इस अभियान में संवाद, फिल्म स्क्रीनिंग, पोस्टर प्रदशर्न, वाल राइटिंग, पेंटिंग, रैली, ह्यूमन चैन सहित विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम करने की योजना बनाई है। जिससे की हम युवाओं को उनकी ज़िन्दगी से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर समझ बनाने और काम करने के लिए प्रेरित कर सकें।

संस्था की युवा जुझारू सदस्य पूजा रावत ने कहा कि पुलिस घरेलु महिला हिंसा अधिनियम की बजाय दूसरे नियमों के तहत केस दर्ज करती है। इस कारण महिलाओं को न्याय के लिए न्यायालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं। उन्होंने कहा की अधिनियम के क्रियान्वयन के लिए कानून को प्रभावी ढंग से लागू करने की जरूरत है।
जागरूकता रैली में संजय गुप्ता, जितेंद्र थारू, रामबाबू,अजय, सरला, पूजा, आरती, शंकर, सहित संस्था के अन्य सदस्यों ने अपनी बात रखी और सैकड़ों सदस्य शामिल हुए।

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