तेहरान: ईरान की जनता ने बड़ी बड़ी रैलियां निकाल कर उपद्रवियों से अपनी दूरी की घोषणा करते हुए विध्वंसकर्ताओं की शैतानी कार्यवाहियों से घृणा और देश की सुरक्षा व संप्रभुता के समर्थन का ऐलान किया है।
15 नवम्बर को ईरान में पेट्रोल के मूल्य में वृद्धि के बाद जनता ने तेहरान व कुछ दूसरे शहरों में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किए थे। इस बीच विदेश समर्थित और प्रशिक्षण प्राप्त कुछ उपद्रवियों ने जनता के बीच पहुंच कर अनेक निजी और सरकारी संपत्तियों जैसे बैंकों, आपात सेवा केंद्रों, एम्बुलेंसों और बसों को आग लगा दी थी। पूरे ईरान की जनता ने सोमवार की दोपहर से शाम तक रैलियां निकाल कर उपद्रवियों की इन घृणित कार्यवाहियों की निंदा की। इन रैलियों में भाग लेने वाले दसियों लाख लोगों ने इसी तरह इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता के आज्ञापालन का प्रण दोहराया।
राजधानी तेहरान के विभिन्न मुहल्लों से लोग इन्क़ेलाब स्क्वायर पर इकट्ठा हुए और लाखों लोगों की भीड़ ने अमरीका मुर्दाबाद, इस्राईल मुर्दाबाद और उपद्रवी मुर्दाबाद के गगन भेदी नारे लगाए। रैली में भाग लेने वालों ने कहा कि ईरानी जनता की ओर से दुश्मन की सही पहचान और वरिष्ठ नेतृत्व का आज्ञापालन, इस्लामी गणतंत्र ईरान के ख़िलाफ़ विश्व साम्राज्य की साज़िशों की विफलता का मुख्य कारण है। ईरान के अन्य शहरों में भी सोमवार को व्यापक स्तर पर रैलियां निकाली गईं। अनेक शहरों में पिछले हफ़्ते से ही उपद्रवियों और साम्राज्य के पिट्ठुओं के ख़िलाफ़ रैलियों और प्रदर्शनों का क्रम जारी है।
टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए भारतीय टीम का ऐलान हो गया है. टीम की…
देहरादून: उत्तराखंड सरकार के द्वारा योग गुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को तगड़ा झटका…
(आलेख : सुभाष गाताडे) लोकसभा चुनाव के प्रचार में कई भाजपा नेता संविधान बदलने के…
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के अग्रणी बैंकों में से एक, को…
फतेहपुर सीकरी, आगरा, 28 अप्रैल 2024. कमज़ोर तबकों के सामने संविधान बचाने का आख़िरी मौक़ा…
ब्यूरो चीफ फहीम सिद्दीकी बाराबंकी। मोहसिना क़िदवई, राजनीतिक गलियारे का एक बहुत कद्दावर नाम। नब्बे…