लखनऊ: सैमसंग इंडिया के अखिल भारतीय कैंपस कार्यक्रम सैमसंग एज के चौथे संस्करण का समापन हुआ। इस कार्यक्रम में देश भर के 20 प्रमुख संस्थानों की 1291 टीमों के 3,873 छात्रों ने हिस्सा लिया। इस वर्ष की थीम स्थानीय समुदायों के लिए ‘ड्राइविंग फॉर चेंज‘ थी। इसमें प्रतिभागियों ने स्थानीय महत्व के सूक्ष्म मुद्दों को संबोधित करने और अभिनव समाधान प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित किया।

आईआईएम लखनऊ की टीम ‘स्काईफोर्स’ में शामिल हिमशिखा, अभिलाष आई और नितिया सीएच ने आशा (एक्रिडिटेड सोशल हेल्थ एक्टिविस्ट) कार्यकर्ताओं के लिए समाधान पेश किया। जिसके चलते इस टीम को विजेता घोषित किया गया। विजेता टीम को 4 लाख रुपए का पुरस्कार और टीम के प्रत्येक सदस्य को एक सैमसंग नोट 10 प्लस प्रदान किया गया। टीम ने आशा कार्यकर्ताओं के सामने आने वाली समस्याओं जैसे ट्रैकिंग, सूचना का अभाव, मैनुअल डेटा रजिस्ट्रेशन आदि के लिए तकनीक आधारित समाधान प्रस्तावित किए। कैंपस कार्यक्रम का फिनाले गुरुग्राम में हुआ।

रीजनल राउंड के बाद आठ टीमें फिनाले में पहुंची थीं। एक्सएलआरआई जमशेदपुर की टीम ‘मपेट्स’ ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इस टीम ने सैमसंग टेक्नोलॉजी का उपयोग कर आदिवासी बच्चों को शिक्षा प्रदान करने में भाषाई और सांस्कृतिक असमानता को दूर करने के लिए एक समाधान प्रस्तावित किया। इसके बाद अगले स्थान पर रही एमडीआई गुड़गांव की ‘टीम एसएमएस’ जिसने ‘स्मार्ट साथी एप’ का सुझाव दिया। यह एप दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा और पंजाब में मादक पदार्थों की लत के खतरे पर ध्यान देगा। एक्सएलआरआई जमशेदपुर और एमडीआई गुड़गांव की टीम को क्रमशः 2 दो लाख रुपए और 1 लाख रुपए प्रदान किए गए।

समीर वाधवान, हेड, मानव संसाधन, सैमसंग इंडिया ने कहा, “सैमसंग में, हम दृढ़ता से उन इनोवेशन पर विश्वास करते हैं जो परिवर्तन को आसान बनाते हैं। सैमसंग एज कैंपस कार्यक्रम के माध्यम से, हमारी सोच उज्ज्वल युवा प्रतिभाओं को सामने लाना है, और उन्हें वास्तविक जीवन की समस्याओं के लिए अपने रचनात्मक समाधान पेश करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। आज प्रस्तुत किए गए आईडिया प्रभावी समाधान पेश करने और समाज के परिवर्तन में योगदान करने के लिए छात्रों की ललक का प्रदर्शन करते हैं।”