मुंबई: महाराष्ट्र में सियासी बवाल के बीच सोमवार (25 नवंबर) देर शाम शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस ने ग्रांड हयात होटल में विधायकों की परेड करवाई है और 162 विधायकों का बहुमत होने का दावा किया है। इस बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के ऊपर हमला बोला।

उन्होंने कहा कि हम यहां महाराष्ट्र के लोगों के लिए एकसाथ आए हैं। राज्य में बहुमत के बिना एक सरकार का गठन किया गया। कर्नाटक, गोवा और मणिपुर में बीजेपी के पास बहुमत नहीं था लेकिन सरकार बनाई। हमें बहुमत को साबित करने में कोई समस्या नहीं होगी। आगे उन्होंने कहा कि जो पार्टी से निलंबित है, वह कोई आदेश नहीं दे सकते हैं। फ्लोर टेस्ट के दिन मैं 162 से अधिक विधायकों को लाऊंगा। यह गोवा नहीं महाराष्ट्र है।

वहीं, होटल ग्रैंड हयात में कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के विधायक इकट्ठे हुए हैं। हम 162 से ज्यादा नहीं, सिर्फ 162 हैं। हम सभी सरकार का हिस्सा होंगे। मैं सोनिया गांधी को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने बीजेपी को रोकने के लिए इस गठबंधन की अनुमति दी। हमें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना चाहिए।

विधायकों ने शपत लेते हुए कहा, 'मैं शपथ लेता हूं कि शरद पवार, उद्धव ठाकरे और सोनिया गांधी के नेतृत्व में अपनी पार्टी के प्रति ईमानदार दिखाऊंगा। मैं किसी भी चीज़ का लालच नहीं करूंगा।। मैं ऐसा कुछ नहीं करूंगा जिससे बीजेपी को फायदा हो।'
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में बीजेपी ने शनिवार सुबह ऐसे समय में सरकार बनाई जब कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के बीच सरकार के गठन को लेकर अंतिम चरण में चर्चा हो रही थी। बीजेपी के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने दूसरी बार शपथ ली। वहीं, अजित पवार ने राज्य के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।

वहीं एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सोमवार का एकबार फिर दावा किया कि महाराष्ट्र में उनकी पार्टी, कांग्रेस और शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाएगी। बीजेपी के साथ जाने का फैसला उनके भतीजे अजित पवार का है। यह पार्टी का निर्णय नहीं है और हम इसका समर्थन नहीं करते।