नई दिल्ली: भारत ने गुलाबी गेंद से मिलने वाली चुनौतियों पर खरा उतरते हुए पहले दिन-रात्रि टेस्ट में बांग्लादेश को पारी और 46 रन से हराकर घरेलू सरजमीं पर लगातार 12वीं श्रृंखला जीती। बांग्लादेश ने तीसरे दिन दूसरी पारी छह विकेट पर 152 रन से शुरू की और तब वह 89 रन से पिछड़ रही थी। इससे घरेलू टीम के लिये जीतने की औपचारिकता पूरी करना बस समय की बात थी। कप्तान विराट कोहली की टीम ने यह काम 50 मिनट से भी कम समय में पूरा कर लिया जिससे उन्होंने पारी की लगातार चौथी जीत अपने नाम की और वह ऐसा करने वाली पहली टीम बन गयी।

भारत ने इंदौर में श्रृंखला के शुरूआती मैच में पारी और 130 रन से मात दी थी। गुलाबी गेंद के इस एतिहासिक टेस्ट के लिये ईडन गार्डन्स बेहतरीन मेजबान रहा जिसमें तीनों दिन स्टेडियम खचाखच भरा रहा। इससे उस समय की याद ताजा हो आयी जब टेस्ट क्रिकेट काफी लोकप्रिय हुआ करता था लेकिन मैदान पर प्रतिस्पर्धा की कमी इस मैच को लेकर चल रही हाइप के जरा भी करीब नहीं पहुंच सकी।

एसजी गुलाबी गेंद का बड़े मैच में इस्तेमाल करने से पहले प्रतिस्पर्धी मैच में परीक्षण नहीं किया गया और उम्मीदों के अनुरूप इसने भारत के खतरनाक तेज गेंदबाजी आक्रमण की मदद की जिन्होंने सभी विकेट हासिल किये। उनकी खतरनाक फॉर्म का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बांग्लादेश के तीन बल्लेबाजों को सिर में गेंद लगने से स्थानापन्न खिलाड़ियों को उतारना पड़ा। इशांत शर्मा ने पहली पारी में पांच विकेट चटकाये थे और उमेश यादव ने दूसरी पारी में ऐसा किया। मैच को विराट कोहली के 27वें टेस्ट शतक के लिये भी याद रखा जायेगा जिससे उनके अंतरराष्ट्रीय शतकों की संख्या 70 पहुंच गई है।