नई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने आज साफ किया है कि राम मन्दिर निर्माण के लिए किसी प्रकार का धन संग्रह नहीं किया जा रहा है। विहिप के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने आज एक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि विश्व हिंदू परिषद या श्रीराम जन्मभूमि न्यास के द्वारा 1989 के बाद से आज तक श्रीराम जन्मभूमि के लिए सार्वजनिक रूप से ना तो कोई धन संग्रह किया है और ना ही इस हेतु अभी तक कोई आह्वान किया है।

श्री परांडे ने यह भी स्पष्ट किया कि विश्व हिंदू परिषद व श्रीराम जन्मभूमि न्याय (दोनों) आज भी श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण हेतु कोई धन संग्रह नहीं कर रहे हैं.

उधर अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ AIMPLB द्वारा रिव्यु पेटिशन दाखिल करने के निर्णय पर विश्व हिंदू परिषद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि AIMPLB अयोध्या मामले में पक्षकार ही नहीं है. विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने मुस्लिम बोर्ड के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह फैसला बहुत बढ़िया है, 5 जजों ने एकमत होकर फैसला दिया है. बेहतर होता अगर निर्णय को गरिमा के साथ स्वीकार किया जाता. कुमार ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि रिव्यू पिटीशन से कोई फायदा होगा. सुप्रीम कोर्ट ने अंतिम फैसला सुना दिया है."