नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने शनिवार को कहा कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी दूसरे विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर वह जरूरत से ज्यादा बोलेंगे तो उन्हें कानून के तहत बंद करवा दिया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री ने ओवैसी को उनके हाल के बयानों पर आड़े हाथों लेते हुए ये बयान दिया। उन्होंने कहा कि ‘अगर वे जरूरत से ज्यादा बोलते हैं तो हमारे देश में उसके हिसाब से कानून व्यवस्था है।’ दरअसल अयोध्या बाबरी मस्जिद जमीन विवाद के बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से ही ओवैसी लगातार तीखी बयानबाजी कर रहे हैं। कोर्ट ने जमीन को हिंदू पक्ष को देने का फैसला सुनाया है। कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को पांच एकड़ की वैकल्पिक जमीन देने का भी आदेश जारी किया।

जाकिर भारत में मनी लॉन्ड्रिंग केस में वांछित हैं जिन्हें मलयेशिया ने शरण दे रखी है। नाईक करीब तीन साल से मलेशिया में हैं और उन्हें वहां की स्थाई नागरिकता भी मिल चुकी है। आठ अगस्त, 2019 को उन्होंने एक कार्यक्रम में यह कहकर नए विवाद को जन्म दे दिया था कि मलेशियाई हिंदू भारतीय प्रधानमंत्री के प्रति अधिक वफादार हैं।

फैसला आने के बाद ओवैसी ने कहा था कि उन्हें पांच एकड़ जमीन खैरात में नहीं चाहिए। हिंदुस्तान का मुसलमान इतना गया गुजरा नहीं कि वह मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन नहीं खरीद सकता।

इसके बाद उन्होंने शुक्रवार को एक ट्वीट कर कहा कि उन्हें उनकी मस्जिद (बाबरी मस्जिद) वापस चाहिए। बीजेपी की तरफ से फायरब्रांड नेता साक्षी महाराज ने भी उन्हें आड़े हाथों लिया। साक्षी महाराज ने कहा कि, ‘ओवैसी मुसलमानों के ठेकेदार नहीं हैं। राम मंदिर पर फैसले के बाद ओवैसी जैसे लोगों की सियासी जमीन खिसक गई है।’ साक्षी यहीं नहीं रूके उन्होंने ओवैसी की तुलना बीमारी से कर डाली और कहा, ‘जैसे गेहूं के खेत में कंडवा लग जाता है वैसे ही ओवैसी समाज में जहर घोलने का काम कर रहे हैं।’