नई दिल्ली. वेस्टइंडीज के विकेटकीपर बल्लेबाज निकोलस पूरन को अफगानिस्तान के खिलाफ तीसरे वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान गेंद से छेड़छाड़ की बात स्वीकार करने के लिए बुधवार को चार मैचों के लिए निलंबित कर दिया गया. पूरन इस अपराध के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी भी मांग चुके हैं.
पूरन अब वेस्टइंडीज की ओर से चार टी20 मैचों में नहीं खेल पाएंगे और उनके रिकार्ड में पांच डिमेरिट अंक जोड़े गए हैं. तीसरा एकदिवसीय मैच लखनऊ में सोमवार को खेला गया था. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने बयान में कहा, ‘खिलाड़ियों और खिलाड़ियों के सहयोगी स्टाफ से जुड़ी आईसीसी आचार संहिता के लेवल तीन के उल्लंघन की बात स्वीकार करने के लिए निकोलस पूरण को चार निलंबन अंक दिए गए हैं.’
आईसीसी ने कहा, ‘वीडियो फुटेज में दिखा था कि यह क्रिकेटर अंगूठे के नाखून से गेंद की सतह को खरोंच रहा था जिसके बाद पूरन पर संहिता के नियम 2.14 के उल्लंघन का आरोप लगाया गया था जो गेंद की दशा बदलने से संबंधित है.’
पूरन ने मंगलवार को अपराध स्वीकार कर लिया और साथ ही मैच रैफरी क्रिस ब्राड की सजा भी स्वीकार की. पूरन ने कहा, ‘मुझे पता चल गया है कि मैंने फैसला करने में बहुत बड़ी गलती की और मैं आईसीसी की सजा को पूरी तरह से स्वीकार करता हूं. मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि यह एकमात्र घटना है और यह दोहराई नहीं जाएगी.’ उन्होंने कहा, ‘लखनऊ में सोमवार को खेल के मैदान पर जो हुआ उसके लिए मैं टीम के अपने साथियों, समर्थकों और अफगानिस्तान की टीम से माफी मांगना चाहता हूं.’
लेवल तीन के उल्लंघन पर कम से कम चार निलंबन अंक दिए जाते हैं जिससे खिलाड़ी के रिकॉर्ड में पांच डिमेरिट अंक जुड़ जाते हैं. खिलाड़ियों को इसके लिए दो टेस्ट मैच या चार एकदिवसीय अंतराष्ट्रीय/टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों से प्रतिबंधित किया जाता है. अधिकतम सजा 12 निलंबन अंक की है जो छह डिमेरिट अंक के बराबर है. विंडीज टीम में पूरन सबसे टैलेंटेड बल्लेबाजों में से एक हैं. उनका वनडे में 44.58 का औसत है और वो 14 पारियों में एक शतक और 3 अर्धशतक ठोक चुके हैं. टी20 में भी वो बड़े शॉट्स के लिए जाने जाते हैं.
मृतको में एक ही परिवार की दो सगी बहने, परिजनो में मचा कोहरामएसडीएम-सीओ समेत पुलिस…
बाइक सवार मित्रों को गांव से घसीटते हुए एक किलो मीटर दूर ले गई,सहमे लोग…
मुंबईएचडीएफसी बैंक के मोबाइल ऐप पेज़ैप (PayZapp) को 'सेलेंट मॉडल बैंक' अवार्ड मिला है। एचडीएफसी…
-कम सैलरी में पत्रकारों का 24 घंटे काम करना सराहनीयः पवन सिंह चौहान -यूपी वर्किंग…
(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा) हम तो पहले ही कह रहे थे, ये इंडिया वाले क्या…
(अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर विशेष आलेख : संजय पराते) आजादी के आंदोलन में ट्रेड यूनियनों…