लखनऊ: हर लेखक, हर कवि और हर क़लमकार की यही तमन्ना रहती है कि उसकी रचना ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचे और उनकी इस तमन्ना को पूरा करने का बीड़ा उठाया है अमेज़ॉन डॉट इन ने| अब हर रचनाकार अपने सृजन को amazon kindle direct publishing (KDP) सेवा के द्वारा बड़ी आसानी से पूरी दुनिया में पहुंचा सकता है और 70 प्रतिशत रॉयल्टी कमा सकता है|

KDP के प्रचार प्रचार के लिए लखनऊ पहुंची amazon kindle direct publishing टीम की वैशाली अग्रवाल ने आज पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि amazon kindle direct publishing एक स्वयं प्रकाशन सेवा है जिसके द्वारा कोई भी लेखक अपनी किताब को सिर्फ 60 सेकण्ड में पूरी दुनिया में किंडल के पाठकों तक पहुंचा सकता है और 70 प्रतिशत तक रॉयल्टी भी प्राप्त कर सकता है|

वैशाली ने बताया कि KDP का प्रयास है कि किसी भी रचनाकार का कोई भी सृजन प्रकाशित या अप्रकाशित सिर्फ बुक शेल्फ की शोभा न बढ़ाये या मेज़ की दराज़ में बंद होकर दम न तोड़े बल्कि उसे पूरा विश्व जाने, देखे और पढ़े| KDP पर अपनी किताब बड़ी आसानी से प्रकाशित की जा सकती है| लेखक को kdp . amazon.in पर लॉगिन करके अपनी किताब को अपलोड करना होता है बस शर्त यह है कि वह किताब किसी अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध न हो|

वैशाली ने बताया कि KDP को भारत में बहुत अच्छा रिस्पांस मिला है, अबतक KDP के द्वारा भारतीय लेखकों की एक लाख से ज़्यादा किताबें प्रकाशित हो चुकी है और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है|
वैशाली ने बताया कि KDP में लेखकों केपास अपनी किताब के कॉपी राइट का पूरा अधिकार रहता है, वह अपनी किताब के कंटेंट में कभी भी बदलाव कर सकता है, मूल्य का पुनर्निर्धारण कर सकता है| उसके पास रॉयल्टी चुनने का विकल्प भी रहता है कि वह 35 प्रतिशत रॉयल्टी चाहता है या 70 प्रतिशत|