नई दिल्ली: हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों और दंगा रोधी पुलिस के बीच एक विश्वविद्यालय परिसर में झड़पों के बाद बुधवार को लगातार तीसरे दिन अराजकता की स्थिति बनी रही।

विश्वविद्यालय परिसर में हुई झड़पों में पांच महीने से अधिक समय से चल रहे प्रदर्शनों के सबसे हिंसक दृश्य देखे गए। यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा क्योंकि सुबह के वक्त मेट्रो स्टेशन बंद रहे, एक रेल लाइन निलंबित कर दी गयी और दर्जनों बसों को रद्द कर दिया गया।

मंगलवार को चाइनीज यूनिवर्सिटी ऑफ हांगकांग का परिसर प्रदर्शनों का केंद्र था। फैकल्टी और स्टाफ के मध्यस्थता करने की कोशिशों के बावजूद रात को झड़पें तेज हो गयी। ये झड़पें सोमवार को उस घटना के बाद हुई जब पुलिस ने एक प्रदर्शनकारी को गोली मार दी व एक व्यक्ति ने आग लगा ली।

बुधवार को शहर भर की सड़कों पर मलबा और प्रदर्शनकारियों द्वारा फेंकी गयी चीजें बिखरी रही। मोंगकॉक जिले में मलबे से बनाए बैरिकेड्स और बांस से बनायी मचान देखी जा सकते थे जिससे शहर का मुख्य मार्ग अवरुद्ध हो गया। कई इलाकों में मुख्य सड़कों पर गाड़ियां, ट्राम्स और बसें नदारद रहे तथा टैक्सियों और बसों के लिए स्थानीय लोग लंबी-लंबी कतारों में खड़े दिखे।

शहर के शैक्षिक संस्थानों ने कहा कि माता-पिता यह फैसला कर सकते हैं कि ‘‘ट्रैफिक और आपात स्थिति के कारण’’ बच्चों को स्कूल भेजना है या नहीं। वहीं कुछ अंतरराष्ट्रीय स्कूल लगातार दूसरे दिन बंद हैं।