मुंबई : कांग्रेस-एनसीपी की प्रेस कांफ्रेंस के तुरंत बाद अब उद्धव की मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हम अब भी सरकार बना सकते हैं बस हमे थोड़ा वक्त चाहिए। उद्धव ठाकरे ने कहा 'जब जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती और बीजेपी सरकार बना सकते हैं तो हम भी सरकार बना सकते हैं।कांग्रेस और एनसीपी ने शिवसेना से वक्त मांगा है। ठाकरे ने कहा कि जब राज्य के बीजेपी चीफ चंद्रकांत पाटिल ने जब सरकार बनान से इनकार किया था तो हमें एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने के लिए शुभकामनाएं दी थी।

इसके साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि हमे पहले 48 घंटे का समय नहीं दिया था पर अब राज्यपाल ने हमें 6 महीने का समय दे दिया है। अब हम तीनों (कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना) कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर बातचीत करेंगे। अब तक सिर्फ शिवसेना ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है। ऐसे में हमारा दावा अब भी बरकार है।'

उधर, महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच कोई फैसला नहीं हो सका है। कांग्रेस और एनसीपी के बीच हुई बैठक में फिलहाल कोई निर्णय नहीं निकला है और शिवसेना को बड़ा झटका लगा है। इस बीच राज्य में लगे राष्ट्रपति शासन को लेकर कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि उसने कई राज्यों में मनमानी की है।

कांग्रेस और एनसीपी के बीच हुई बैठक के बाद दोनों पार्टियों ने संयुक्त रूप से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने बताया आज एनसीपी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बीच बैठक हुई। 11 नवंबर को शिवसेना ने पहली बार औपचारिक रूप से हमसे संपर्क किया। हम सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे और फिर निर्णय लेंगे।

कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को बहुमत साबित करने के लिए राज्यपाल ने न्योता दिया, लेकिन कांग्रेस को नहीं दिया गया। हम इसकी निंदा करते हैं। साथ ही साथ मोदी सरकार को राष्ट्रपति शासन के लिए जिम्मदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र ने कभी नियमों का पालन नहीं किया और उसने कई राज्यों में मनमानी की है। संविधान का मजाक उड़ाने की कोशिश की गई है।