नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका से 28 साल बाद एसपीजी सुरक्षा वापस लेने के मोदी सरकार के फैसले के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि एसपीजी को धन्यवाद। SPG में मेरे सभी भाइयों और बहनों को एक बड़ा धन्यवाद, जिन्होंने वर्षों से मेरी और मेरे परिवार की सुरक्षा के लिए अथक प्रयास किया। आपके समर्पण, आपके निरंतर समर्थन और स्नेह और सीखने के लिए धन्यवाद। यह एक विशेषाधिकार रहा है। यह सफर बेहद खास रहा है. बेहतरीन भविष्य के लिए आपको शुभकामनाएं।

एक अधिकारी ने बताया कि सभी वीआईपी की सुरक्षा की समय-समय पर समीक्षा की जाती है और देश में विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों द्वारा खतरे के आकलन के आधार पर सिफारिशें की जाती हैं। अधिकारी ने कहा, ‘‘गांधी परिवार को जेड-प्लस सुरक्षा मिलती रहेगी।’’

फैसले के पीछे की वजह बताते हुए एक अन्य अधिकारी ने कहा कि उन पर पहले के मुकाबले कम खतरा है और गांधी परिवार के समक्ष सुरक्षा का कोई गंभीर खतरा नहीं है। गांधी परिवार 28 साल बाद बिना एसजीपी सुरक्षा के रहेगा। उन्हें सितंबर 1991 में 1988 के एसजीपी कानून के संशोधन के बाद वीवीआईपी सुरक्षा सूची में शामिल किया गया था। अधिकारी ने बताया कि गांधी परिवार की सुरक्षा सीआरपीएफ जवान करेंगे। जेड प्लस सुरक्षा में उन्हें अपने घर और देशभर में जहां भी वे यात्रा करेंगे, वहां के अलावा उनके नजदीक अर्द्धसैन्य बल के कमांडो की सुरक्षा मिलेगी। नियमों के तहत एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों को सुरक्षाकर्मी, उच्च तकनीक से लैस वाहन, जैमर और उनके कारों के काफिले में एक एम्बुलेंस मिलती है।