नई दिल्ली; थाईलैंड में आतंकवाद से प्रभावित दक्षिणी प्रांत में सशस्त्र लोगों की फ़ायरिंग से 15 सुरक्षा कर्मी हताहत और 5 अन्य घायल जबकि इस घटना को 15 वर्षों की सबसे बुरी घटना क़रार दिया गया है।

थाईलैंड की सेना के प्रवक्ता का कहना है कि याला प्रांत में स्थित दो चेक पोस्टों पर ख़ून में सने कपड़े मिले हैं जिससे प्रतीत होता है कि फ़ायरिंग के आदान प्रदान के दौरान हमलावर भी घायल हुए हैं। उनका कहना था कि मारे गये अधिकारियों में 4 महिलाएं थीं और एक डाक्टर भी शामिल है।

प्रांतीय पुलिस का कहना है कि घटना के बाद याला जाने वाले राजमार्गों को गाड़ियों के लिए बंद कर दिया गया है क्योंकि बिजली की कटौती के लिए खंबे के निकट बारूदी पदार्थ लगाए गये थे।

थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रायूथ चान ओचा का कहना है कि इस हमले से ज़ाहिर होता है कि आतंकवादी सेना और पुलिसकर्मियों पर हमलों के बजाए अपना ध्यान सुरक्षा स्वयं सेवियों पर केन्द्रित कर रहे हैं कि वह उनका आसान लक्ष्य होते हैं। उनका कहना था कि स्वयंसेवियों की सुरक्षा के हवाले से बेहतर योजना बनाई जाएगी।

ज्ञात रहे कि थाईलैंड के दक्षिणी क्षेत्रों में स्वयं सेवी बलों को गांव की रक्षा के लिए तैनात किया गया था जिनका प्रशिक्षण सेना करती है किन्तु वेतन नहीं दिया जाता बल्कि उन्हें छोटे पैमाने पर हथियार दिए जाते हैं जिसके कारण वह आतंकवादियों का बेहतर ढंग से मुक़ाबला नहीं कर पाते।