नई दिल्ली: क्रिकेट से मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी का भूत दूर नहीं भाग रहा है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की लाख सख्ती के बावजूद किसी न किसी क्रिकेटर या कोच के फिक्सिंग के लिप्त में होने की जानकारी सामने आती ही रहती है। ताजा मामला कर्नाटक प्रीमियर लीग के 2018 सीजन में मैच फिक्सिंग का है। इस मामले में बेंगलुरु पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच (सीसीबी) ने क्रिकेटर सीएम गौतम और अबरार काजी को गिरफ्तार किया है।

इस मामले में सेंट्रल क्राइम ब्रांच पहले भी एक विकेटकीपर एम विश्वनाथन और एक बॉलिंग कोच वीनू प्रसाद को गिरफ्तार कर चुकी है। वीनू प्रसाद KPL की बेंगलुरु ब्लास्ट्रर्स का गेंदबाजी कोच है, जबकि एम विश्वनाथन हुबली टाइगर्स में विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर खेलता है। गौतम और काजी दोनों ही बेल्लारी टस्कर्स के लिए खेलते हैं। हालांकि, बीसीसीआई के घरेलू सीजन में खेलने के लिए गोवा और मिजोरम चले गए हैं। 8 नवंबर से शुरू हो रही सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट के लिए भी दोनों अपने-अपने राज्यों की टीम में चुने गए हैं।

पुलिस के मुताबिक, दोनों को हुबली टाइगर्स के खिलाफ मैच में धीमी गति से बल्लेबाजी करने के लिए 20 लाख रुपए मिले थे। इसके अलावा बेंगलुरु की एक टीम के खिलाफ खेले गए मैच में भी फिक्सिंग करने का आरोप है। पुलिस ने बताया कि जांच अभी जारी है और इस मामले में अभी कुछ और लोगों की गिरफ्तारी की जा सकती है।

इंडिया ए की ओर से खेल चुके गौतम इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स (पूर्व नाम दिल्ली डेयरडेविल्स) का भी हिस्सा रह चुके हैं। गौतम ने 94 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं। इसमें 41.4 के औसत से 4716 रन बनाए। इसमें 10 शतक और 24 अर्धशतक भी शामिल हैं। गौतम की गिनती कर्नाटक राज्य की टीम के अहम खिलाड़ियों में होती है।

अबरार काजी पिछले सीजन में नगालैंड की ओर से खेले थे। हालांकि, इस सीजन में वे मिजोरम टीम का हिस्सा हैं। कर्नाटक प्रीमियर लीग के एक अन्य खिलाड़ी निशांत सिंह शेखावत के पकड़े जाने के बाद गौतम और काजी की गिरफ्तारी हुई है। शेखावत पर सट्टेबाजों की मदद करने का आरोप है। पुलिस की मानें तो शेखावत अवैध सट्टेबाजी में शामिल करने के लिए वह खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ को सट्टेबाजों से मिलवाता था।