लंदन: ब्रिटेन में ईरान के राजदूत ने कहा है कि जेसीपीओए की समाप्ति, विश्व शांति के लिए ख़तरा उत्पन्न कर सकती है। हमीद बईदी नेज़ाद ने कहा कि जेसीपीओए से अमरीका के निकल जाने के बाद इसके सदस्य, अपने वचनों पर कटिबद्ध नहीं रह सके जबकि इस अन्तर्राष्ट्रीय समझौते को सुरक्षित रखने के लिए ईरान ने बहुत प्रयास किये। उन्होंने कहा कि ईरान ने समझौते के आधार पर ही इसके बारे में अपने वचनों को कम करने का फैसला लिया है।

बईदी नेज़ाद ने कहा कि इसके माध्यम से तेहरान कहना चाहता है कि परमाणु समझौते के सदस्य, अपने वचनों को पूरा करें क्योंकि वर्तमान स्थिति सदैव चलने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि तेहरान का यह प्रयास है कि परमाणु समझौता पूरी तरह से समाप्त न होने पाए।

ब्रिटेन में ईरान के राजदूत ने नए समझौते के लिए वार्ता के उद्देश्य से अमरीकी राष्ट्रपति के साथ वार्ता के संबन्ध में कहा कि नए समझौते के लिए वार्ता से परमाणु समझौता ही ख़तरे में पड़ सकता है क्योंकि उसमें ईरान के मिसाइल कार्यक्रम को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने मंगलवार को परमाणु समझौते के पालन के स्तर को कम करने के चौथे चरण की घोषणा करते हुए कहा कि यह क़दम बुधवार से फ़ोर्दू परमाणु प्रतिष्ठान में उठाया जाएगा। हसन रूहानी ने इस अवसर पर कहा है कि जेसीपीओए के सभी सदस्य यह समझ लें कि ईरान एकपक्षीय रूप में हमेशा इस समझौते का सदस्य नहीं रह सकता।