मुंबई: महाराष्‍ट्र की सियासत में पल-प्रतिपल बदलते समीकरण के बीच अगले 48 घंटे बेहद अहम हैं. शिवसेना सूत्रों के मुताबिक अगले 48 घंटे और इंतजार किया जाएगा अन्यथा प्लान बी को अमल में लाने पर काम शुरू किया जाएगा. फिलहाल बीजेपी की तरफ से संवाद पूरी तरह बंद है. प्लान B के तहत शिवसेना और एनसीपी सरकार में शामिल हो सकते हैं और कांग्रेस का बाहर से समर्थन ले सकते हैं. इससे शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार बनेगी और 145 विधायकों का बहुमत का अपेक्षित आंकड़ा भी आसानी से मिल जाएगा. शिवसेना के बड़े नेता का दावा है कि अब प्लान-B हमारा प्लान-A बन चुका है. हमारी सबसे बातचीत हो चुकी है.

वैसे शिवसेना की अब तक औपचारिक तौर पर बीजेपी से सरकार गठन को लेकर बातचीत नहीं हुई है. सूत्रों के मुताबिक सीएम पद के बंटवारे के साथ-साथ शिवसेना इस बात से भी नाराज़ है कि अभी तक बीजेपी के किसी भी बड़े नेता का आदित्य ठाकरे की जीत पर बधाई के लिए फोन तक नहीं आया. सीएम ने नतीजे वाले दिन भी सिर्फ प्रेस कॉन्फ्रेंस की टाइमिंग के बदलाव पर बात की थी. शिवसेना को उम्मीद थी कि ठाकरे परिवार के पहले व्यक्ति के चुनाव जीतने के बाद गठबंधन के नेता बधाई देंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

शिवसेना को मलाल है कि जब पीएम मोदी और अमित शाह का नामांकन था तब उद्धव ठाकरे खुद नामांकन के समय पहुंचे थे. इसके बावजूद बीजेपी का ये व्यवहार शिवसेना को नागवार लग रहा है. सूत्रों के मुताबिक एक तरफ जहां बीजेपी का ऐसा व्यवहार था तो दूसरी तरफ पवार परिवार की तरफ से आदित्य की जीत पर बधाई दी गई थी.