भुवनेश्वर: भारतीय महिला हॉकी टीम ने अगले साल टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए क्वॉलीफाई कर लिया है। भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में शनिवार को क्वॉलीफायर के सेकेंड लेग में अमेरिका के खिलाफ भारत को 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, कुल स्कोर के आधार पर अमेरिका पर भारत 6-5 से विजयी रहा।

दरअसल, पहले मैच में शुक्रवार को भारतीय टीम ने अमेरिका को 5-1 से हराया था और इसी का उसे फायदा मिला। दूसरे मैच में अमेरिकी टीम ने पलटवार किया और 4-1 से विजय रही लेकिन इसके बावजूद भारतीय टीम कुल गोल के आधार पर आगे रही और टोक्यो ओलंपिक के लिए टिकट कटाने में कामयाब रही।

भारतीय महिला टीम ने 1980 में मास्को ओलंपिक में भाग लिया था और इसके 36 साल बाद रियो ओलंपिक खेलों में जगह बनायी थी। इस तरह से वह लगातार दूसरी बार ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने में सफल रही है।

बहरहाल, दूसरे लेग के मैच में भारतीय टीम का खेल पूरी तरह पटरी से उतरा नजर आया। अमेरिकी टीम की ओर से 4 गोल जड़े गये लेकिन भारत को टोक्यो ओलंपिक की ओर ले जाने वाला अहम गोल कप्तान रानी रामपाल की स्टिक से निकला। रानी रामपाल ने 48वें मिनट में गोल किया और मैच के आखिर में ये गोल सबसे अहम साबित हुआ।

अमेरिका की ओर से पहला गोल अमांडा मेगाडेन ने 5वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर किया। वहीं दूसरा गोल 14वें मिनट में कैथलीन शैर्की ने जड़ा। अमेरिकी टीम की ओर से एलिसा पार्कर ने 20वें मिनट में तीसरा गोल दागा और फिर 28वें मिनट और दूसरे क्वॉर्टर में अमांडा मेगाडेन ने चौथा गोल और मैच का अपना दूसरा गोल कर भारतीय फैंस की सांसे रोक दी।

हालांकि, आखिरी और चौथे क्वॉर्टर और मैच के 49वें मिनट में रानी रामपाल ने गोल कर भारत को बड़ी राहत दिलाई। इसके बाद कोई भी टीम गोल नहीं दाग सकी।