मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार गठन पर जारी खींचतान के बीच बीजेपी ने शिवसेना को डिप्टी सीएम समेत 16 मंत्रियों का ऑफर दिया है। साथ ही कहा कि पांच साल के लिए मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी का ही होगा। बीजेपी ने इस ऑफर पर विचार करने के लिए शिवसेना को दो दिनों का अल्टीमेटम दिया है। गौरतलब है कि निर्दलीयों को मिलाकर शिवसेना के पास 62 विधायक हैं और उन्हें 16 मंत्री दिया जा रहा है। दूसरी तरफ निर्दलीयों को मिलाकर बीजेपी के पास 120 विधायक हैं और उन्हें 23 मंत्री पद मिल रहे हैं।

सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने शिवेसना को इस फॉर्मूले पर विचार करने के लिए 1 नवंबर की रात तक का समय दिया है अन्यथा अन्य विकल्पों पर विचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल को शिवसेना ने आदित्य ठाकरे को उपमुख्यमंत्री बनाने के लिए एक जरूरी भूमिका निभाने के लिए समझा। उनका मानना ​​है कि अगर आदित्य उपमुख्यमंत्री बनते हैं, तो दोनों दलों के बीच समन्वय बेहतर होगा।

रिपोर्ट के मुताबिक चार महत्वपूर्ण मंत्रालय राजस्व, नगरविकास, गृह, वित्त भाजपा अपने पास ही रखेगी। गौरतलब है कि 1995 के बाद, राज्य में किसी भी पार्टी ने 288 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में 75 से अधिक सीटें नहीं जीतीं, लेकिन भाजपा ने 2014 में 122 सीटें और इस चुनाव में 105 सीटें हासिल की है।

महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर भाजपा और शिवसेना के तेवर कुछ नरम पड़ गए हैं, जिससे दोनों दलों के बीच तनातनी कुछ कम होती नजर आ रही है। भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने विधानसभा चुनाव में मिली जीत के लिए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का शुक्रिया अदा किया जिसका शिवसेना नेताओं ने स्वागत किया है।

बुधवार को एक ओर जहां फडनवीस को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया, वहीं शिवसेना नेता संजय राऊत पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मिलने 'मातोश्री' पहुंचे हैं। यहां सरकार गठन को लेकर मंथन हुआ। शिवसेना ने गुरुवार को अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है।