लखनऊ: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अयोध्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले को लेकर नवम्बर के अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। नवम्बर और दिसम्बर में केन्द्रीय पदाधिकारियों को जिलों पर होने वाले प्रवास फिलहाल रोक दिए गए हैं। इसके साथ ही 17 नवम्बर से लखनऊ के रमाबाई अम्बेडकर मैदान में तीन दिवसीय अखिल भारतीय स्तर पर होने वाले एकल विद्यालय कुंभ कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। इस कार्यक्रम में आरएएस के सरसंघ चालक मोहन भागवत को रहना था। वहीं विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने भी सारे कार्यक्रम फिलहाल के टाल दिए हैं।

इसी तरह हरिद्वार में बुधवार से लेकर 4 नवंबर तक देश भर के सभी अनुशांगिक संगठनों के संगठन मंत्रियों की होने वाली बैठक को भी स्थागित कर दिया गया है। इसमें भी संघ प्रमुख मोहन भागवत, भइया जी जोशी, दत्तात्रेय होसबोल समेत अनेक अखिल भारतीय पदाधिकारियों को मौजूद रहना था। इसमें भाजपा के भी संगठन मंत्रियों को रहना था। संघ प्रमुख उन्हें संगठन और सरकार के समांजस्य और देश में संघ के अनेक मुद्दों के बारे में चर्चा करने वाले थे। उदयपुर में 17 नवम्बर को प्रांतीय बैठक में सरसंघचालक मोहन भागवत को रहना था। यह भी कार्यक्रम अब नहीं होगा।

संघ इस तरह की बैठक प्रत्येक पांच वर्ष में करता है। इससे पहले अयोध्या में चार नवंबर से आयोजित दुर्गा वाहिनी शिविर को भी स्थागित किया जा चुका है।

संघ के सूत्रों का कहना है कि संघ अयोध्या मुद्दे को लेकर सावधानी बरत रहा है। उसका मानना है कि फैसले के बाद किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए पूरे एक महीने के कार्यक्रम स्थगित किए गए हैं।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर विश्व हिन्दू परिषद पहले ही अपने त्रिशूल दीक्षा कार्यक्रम और हित चिन्तक कार्यक्रमों को फिलहाल के लिए टाल चुका है। विश्व हिन्दू परिषद के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने यह खुद माना है कि उनके संगठन के निर्धारित कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं।